
जयपुर । डिजिटल डेस्क | 15 जनवरी | प्रदेश में केन्द्रीय सहकारी बैंक (CCB) एवं ग्राम सेवा सहकारी समितियों (GSS) के मध्य बढ़ते असंतुलन के कारणों की जानकारी एवं उसे नियत्रिंत के उपाय सुझावित करने के लिए अपेक्स बैंक (Apex Bank) की ओर से गठित कमेटी की बैठक सोमवार को अपेक्स बैंक के सभा कक्ष में आयोजित की गई । जिसमें व्यवस्थापक संगठन का प्रतिनिधत्व करने वाले नंदलाल वैष्णव ने कमेटी के समक्ष प्रदेश की ग्राम सेवा सहकारी समितियों व केन्द्रीय सहकारी बैंक के मध्य बढ़ते एरियर ब्याज को समायोजित करने के साथ-साथ ग्राम सेवा सहकारी समिति के माध्यम से वितरित होने वाले अल्पकालीन फसली ऋण (short term crop loan) पेटे देय दो प्रतिशत ब्याज अनुदान सहकारी समितियों के बचत खातों में जमा करने पर चर्चा करते हुए कमेटी के समक्ष कहा कि प्रदेश की अधिकांश सहकारी समितियां अभी घाटे में चल रही हैं। इन समितियों में संचयी लाभ और असंतुलन की स्थिति है। फसल ऋण वितरण और ऑनलाइन ऋण वितरण में कमी होने से इनका मार्जन भी काफी कम हो गया है। और तो और पैक्स व लैप्म्स के व्यवस्थापक अपना वेतन तक नहीं उठा पा रहे हैं। श्री वैष्णव ने इन समस्याओं का निराकरण करने की बात कमेटी के समक्ष रखी । इस दौरान अपेक्स बैंक प्रबंध निदेशक भोमाराम, कमेटी अध्यक्ष एवं अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां खंड भरतपुर इन्दरसिंह एवं कमेटी सदस्य महादेवसिंह ऐचरा, नंदाराम चौधरी, सुखपालसिंह आदि मौजूद रहें ।