क्षेत्र में चुनावी शोरगुल दिनोंदिन बढ़ते जा रहा है। दोनों ही प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवार चुनावी रण में उतार दिए हैं। दोनों प्रत्याशी दावों-वादों के साथ जनता के बीच जा रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच चुनाव में सबसे अहम होते हैं, जनता के ज्वलंत मुद्दे। ऐसे ही शहर इन दिनों बढ़ते ट्रैफिक दबाव की समस्या से दो-चार हो रहा है। जनता एक ही सवाल कर रही है कि आखिर ट्रैफिक की समस्या कब दूर होगी। इसके लिए आपके पास क्या एक्शन प्लान है।
सांचौर | डिजिटल डेस्क । 3 नवम्बर | सांचौर जिला बनने के बाद से शहर का विस्तार हो रहा है, वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चौराहों से लेकर मैन बाजार तक प्रबंधन की कमी से वाहनों की रेलमपेल में वाहन चालक ट्रैफिक जाम में रेंगने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसा नहीं कि इस समस्या का स्वाभाविक हल नहीं, लेकिन न राजनीतिक और न ही जनप्रतिनिधि बनने का दावा कर रहे नेता इसे लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं। राष्ट्रीय या प्रादेशिक मुद्दों की बजाय नेता उनकी समस्याओं को हल करने का संकल्प लें। सांचौर शहर में पटरी से उतरी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधार की आवश्यकता महसूस हो रही है। रानीवाड़ा रोड़ से लेकर विवेकानंद सर्कल एवं मैन बाजार तक बिगड़ी यातायात व्यवस्था से हादसों का खतरा बना रहता है।
वाहनों और राहगीरों का बढ़ा दबाव
विवेकानंद सर्कल, हाडेचा रोड़ व मैन बाजार में शहर के रहवासियों के साथ ग्रामीणों की आवाजाही निरंतर बनी रहती है। सब्जी मंडी समीप होने से बड़ी संख्या में महिलाएं पैदल और छोटे वाहनों से आती-जाती हैं। पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं लेकिन कभी एक कोने पर खड़े हो जाते हैं तो कभी दूसरे कोने पर। वरिष्ठ अधिकारियों के निकलने की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी बाकायदा चौराहे के बीच ट्रैफिक संभालने लगते हैं। चौराहे की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि यहां बगैर सिग्नल ट्रैफिक कंट्रोल होता नजर नहीं आ रहा है।
चार रास्ता बेहाल
चार रास्ता चौराहे पर गुजरात एवं बाड़मेर मार्ग संगम होने से स्थिति और भयावह हो जाती है। गुजरात की ओर से आने वाले वाहन तेज गति से आते हैं। चौराहे पर बेरोकटोक निकलते हैं। ऐसी दशा में हादसों का अंदेशा बना रहता है।
फुटपाथ बना सजावट का बाजार
बाजार पर स्थित रानीवाड़ा रोड़ से लेकर दरबार चौक तक यातायात का दबाव अधिक है वहीं शासकीय कार्यालय एवं कॉलेज स्थित होने से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है। यहां लोगो द्वारा सड़क पर मनमर्जी से वाहनों को खड़ा कर दिया जाता है, बाजार में व्यपारियों द्वारा भी सड़क के दोनो तरफ फुटपाथ पर सामान सजाकर यतायात बाधित करने में अहम भूमिका निभाई जाती है।
सांचौर में 3 लाख 13 हजार 803 मतदाता करेंगे फैसलासांचौर में 3 लाख 13 हजार 803 मतदाता हैं। 1 लाख 66 हजार 354 पुरुष, 1 लाख 47 हजार 447 महिला मतदाता तथा तृतीय लिंग 2 मतदाता हैं जो इस बार विधानसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करेंगे। |