दी जालोर सेण्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक जालोर की 61वीं वार्षिक आमसभा सम्पन्न

जालोर 6 नवम्बर। दी जालोर सैण्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. जालोर की 61वीं वार्षिक आमसभा जिला परिषद के भारत निर्माण सेवा केन्द्र में वर्चुअल तरीके से बैंक के हिस्साधारी सहकारी समितियों एवं अन्य समितियों के अध्यक्षों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।
आमसभा में बैंक की प्रशासक एवं जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने अपने प्रशासकीय उद्बोधन में बैंक के वर्ष 2020-21 की अवधि के लेखे प्रस्तुत करते हुए बताया कि बैंक की हिस्सा पूंजी 3708.80 लाख रही है एवं बैंक की अमानते बढ़कर 49211.01 लाख रही है तथा बैंक की कार्यशील पूंजी 93901.15 लाख हुई है। वर्ष के अन्त में बैंक का सकल लाभ 1197.05 लाख में से 891.67 लाख का प्रावधान करने के पश्चात् 298.38 लाख का शुद्ध लाभ रहा है साथ ही भारत सरकार, राज्य सरकार एवं सहकारी विभाग की सभी प्रचलित योजनाओं में सहभागी रहकर आमजन व सहकारजन को योजनाओं का पूर्ण लाभ दिलवाया जा रहा है। प्रत्येक ग्राम स्तर पर सभी प्रकार की वित्तीय सुविधाएं सहकारी बैंक एवं ग्राम सेवा सहकारी समिति के माध्यम से समय पर पूर्ण रूप से उपलब्ध हो, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
बैंक के प्रबन्ध निदेशक के. के. मीणा द्वारा बैंक की गत वार्षिक साधारण सभा का कार्यवाही विवरण की पुष्टि प्राप्त करने के साथ ही वर्ष 2020-21 के 61वें वार्षिक प्रतिवेदन में उल्लेखित बैंक कार्य की पुष्टि सदन से प्राप्त की गई वही वार्षिक लेखों का अनुमोदन, बजट का निर्धारण, वार्षिक कार्य योजना, बैंक की अधिकतम साख सीमा का निर्धारण किये जाने का अनुमोदन भी सदन से प्राप्त किया गया। बैंक द्वारा वर्ष 2020-21 के शेष लाभ में से 2 प्रतिशत लाभांश को हिस्सा पूंजी के रूप में दिये जाने का प्रस्ताव भी अनुमोदन करवाया गया।
इस अवसर पर प्रतापपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. के अध्यक्ष मनोज कुमार विश्नोई ने रबी ऋण वितरण में 10 प्रतिशत की वृद्धि कर ऋण वितरण किये जाने का सुझाव व डीएपी खाद उपलब्ध करवाने के साथ ही समिति को कोल्ड स्टोरेज के लिए भूमि उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाने की बात कही। कारोला समिति अध्यक्ष पीराराम देवासी द्वारा पोर्टल पर अपलोड 5 ऋण पत्रावलियां की एमसीएल स्वीकृति की बात रखी जिस पर प्रबन्ध निदेशक ने शीघ्र ही इन्हें स्वीकृत करने की बात की। सिराणा समिति अध्यक्ष किशन सिंह ने बीमित फसलों के सर्वे के दौरान समिति अध्यक्ष को सम्मलित करने का सुझाव दिया जिस पर प्रबंध निदेशक ने इस संबंध में प्रस्ताव सहकारी विभाग को भिजवाने की बात कही। पुनककलां समिति सदस्य वाघसिंह ने खाद की कमी के कारण काश्तकारों की समस्या को देखते हुएए अल्पकालीन ऋण वितरण में बढ़ोतरी करने की बात रखी जिस पर प्रबन्ध निदेशक ने ऋण वितरण में बढ़ोतरी का आश्वासन देते हुए खाद की आपूर्ति के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को अवगत करवाने की बात कही।
बावडी समिति अध्यक्ष राजवीरसिंह देवडा ने ग्राहकों की सुविधा को देखते हुए आहोर पंचायत समिति में दो नई शाखा भाद्राजून एवं चांदराई में खोलने का सुझाव दिया जिस पर प्रबन्ध निदेशक ने भाद्राजून में हुए सर्वे की जानकारी देते हुए शीघ्र ही चांदराई में सर्वे करवाने की बात कही। बैंक के पूर्व संचालक ने नोसरा ग्राम में भी शाखा खोलने के लिए सर्वे करवाने तथा सभी समितियों को प्रिन्टर उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया। आमसभा में बैंक में रिक्त ऋण पर्यवेक्षक के पदों पर भर्ती, व्यवस्थापकों व सहायक व्यवस्थापकों के स्क्रीनिंग एवं सहकार किसान कल्याण ऋण योजनान्तर्गत ब्याज दर में कमी करने सहित विभिन्न बिन्दुओं के संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाने की बात कही गई।
आम सभा में प्रस्ततु सुझावों पर प्रबन्ध निदेशक के.के.मीणा ने शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन देते हुए समस्त समिति अध्यक्षों को अवगत करवाया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान अधिक से अधिक नये सदस्य बनाये जावें। जिन समिति के पास भण्डारण के लिए गोदाम नहीं हैं, वे समितियाँ गोदाम निर्माण के लिए प्रस्ताव भिजवायें। जिन सदस्यों की ऋण माफी हो गई है, उन कृषक सदस्यों को पुनः ऋण वितरण एवं किसान सम्मान निधि के जिन पात्र सदस्यों को लाभ नहीं मिल रहा है उनको लाभ दिये जाने की कार्यवाही की जावें।
बैठक के अंत में प्रशासक एवं जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने प्रस्तुत सभी विषयों पर शीघ्र कार्यवाही करने की बात कहते हुए कहा कि डीएपी खाद के लिए भारत सरकार व राज्य सरकार को आग्रह किया जायेगा वही नाबार्ड की ओर से देय सुविधाओं का लाभ प्रत्येक समिति को दिया जायेगा।
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