सार
Ajmer : जिले में 210 से ज्यादा ग्राम सेवा सहकारी समितियों में महज 40 व्यवस्थापक ही हैं कार्यरत, स्थिती यह हैं कि एक स्थाई व्यवस्थापक के पास 4 से 5 समितियों का चार्ज
विस्तार
अजमेर । डिजिटल डेस्क । 17 मार्च । जिले में ग्राम सेवा सहकारी समिति कर्मचारियों का जिला स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाली “ग्राम सेवा संघर्ष समिति व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक” ने आज जिला कलक्टर अजमेर को मुख्यमंत्री के नाम कार्य बहिष्कार का पत्र सौंपा हैं । जिसके मुताबिक, 25 जनवरी 2025 को अजमेर सीसीबी व्यवस्थापकों की एक बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें कर्मचारी हित में व्यवस्थापकों का अतिरिक्त चार्ज हटाने के विषय पर विचार करने के उपरांत 28 जनवरी 2025 को प्रबंध निदेशक को इस संबंध में ज्ञापन प्रस्तुत कर अतिरिक्त चार्ज वाले व्यवस्थापकों को हटाकर सहायक व्यवस्थापकों को समिति का नियमानुसार चार्ज दिलवाने का निवेदन किया गया । लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई । जिससे आहत होकर ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों एवं सहायक व्यवस्थापकों ने 17 मार्च 2025 को अजमेर स्थित आजाद पार्क में जिला स्तरीय मीटिंग आयोजित कर बैंक व सोसायटी के ऋण वितरण एवं वसूली कार्य के साथ पैक्स कम्प्यूटराईजेशन (ईआरपी व डीसीटी), ऑडिट सहित बैंक द्वारा मांगी गई समस्त प्रकार की सूचना का बहिष्कार करने का निर्णय लिया हैं ।
साथ ही, पत्र में बताया गया कि वर्तमान में बैंक कार्यक्षेत्र में स्क्रीनिंग से चयनित व्यवस्थापक की संख्या लगभग 40 है, जबकि जिले में 210 से ज्यादा ग्राम सेवा सहकारी समितियां संचालित हैं, इनमें सहायक व्यवस्थापक द्वारा ही समिति का सम्पूर्ण कार्य निष्पादित कर यथा ऋण वितरण एवं वसूली, रसद विभाग का कार्य, खाद, बीज, दवाईयों की बिक्री, पैक्स कम्प्यूटराईजेशन आदि किया जा रहा है। गौरतलब हैं कि सहकारिता विभाग पंजीयक द्वारा एक व्यवस्थापक को एक मूल और एक अन्य समिति का कार्य भार देने का आदेश 6 नवबंर 2020 को जारी किया हुआ हैं, जबकि इसकी पालना अजमेर जिले में नहीं हो रही है।