शीर्ष सहकारी बैंक में मनाया गया “अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस”

सार 

Rajasthan : राजस्थान राज्य सहकारी बैंक में आज 103वां अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस एवं 31वां यूएन “डे ऑफ को-ऑपरेटिव“ मनाने के साथ “एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के तहत किया गया वृक्षारोपण

विस्तार 

जयपुर । डिजिटल डेस्क | 5 जुलाई | जयपुर स्थित राजस्थान राज्य सहकारी बैंक (RSCB) द्वारा आज 103वां अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस एवं 31वां यूएन “डे ऑफ को-ऑपरेटिव” मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि आर.एस. जोधा सेवानिवृत्त महाप्रबंधक नाबार्ड शामिल हुए तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता शीर्ष सहकारी बैंक प्रबंध निदेशक संजय पाठक द्वारा की गई । वही सहकारिता का ध्वाजारोहरण करने के उपरांत मुख्य अतिथि आर.एस. जोधा, अपेक्स बैंक प्रबंध निदेशक संजय पाठक एवं महाप्रबन्धक पी.के.नाग द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई । जिसके पश्चात भारत सरकार के “एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के तहत अपेक्स बैंक परिसर में वृक्षारोपण किया गया ।

कार्यक्रम के दौरान प्रबंध निदेशक संजय पाठक ने सहकारिता की विकास यात्रा पर चर्चा करते हुए ‘103वां अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस एवं 31वां यूएन “डे ऑफ को-ऑपरेटिव‘ की थीम “सहकारिताएँ: एक बेहतर दुनिया के लिए समावेशी और टिकाऊ समाधान लाना” (Cooperatives : Driving Inclusive and Sustainable Solutions for a Better World) पर उदगार व्यक्त किये । उन्होने बताया कि देश में सर्वप्रथम सहकारी सोसाईटी वर्ष 1903 में भरतपुर के डीग में स्थापित की गई एवं प्रथम सहकारी कानून भी तत्कालीन मत्स्य प्रदेश में लागू किया गया । सहकारिता का विश्व में एवं राष्ट्र के विकास में अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण ही भारत सरकार द्वारा 6 जुलाई 2021 को सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की गई। उनके अनुसार सहकारी आंदोलन ‘मिनिमम रिसोर्स, मैक्सिमम युटिलिटी‘ की अवधारणा को साकार करता है, जिससे राष्ट्र उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

वही कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राकेश शर्मा उप-रजिस्ट्रार एवं नोडल अधिकारी आईवाईसी द्वारा ‘सहकारिता मे सहकार अभियान‘ अन्तर्गत राज्य में प्रगति का प्रस्तुतीकरण दिया गया, उनके द्वारा राज्य में चल रही विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए स्वयं के विकास के साथ-साथ प्रकृति का भी ध्यान रखने के संदेश के साथ ‘अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस‘ के ध्येय वाक्य की सारगर्भितापूर्ण विवेचना की गई। इसके अलावा, सहायक महाप्रबन्धक सूरजभान सिंह आमेरा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सहकारिता में सहकार तभी संभव है, जब हम मिलजुल कर ईमानदारी से कार्य कर अपनी संस्था के प्रति निष्ठावान कार्यप्रणाली अपनाएं । साथ ही, बैंक जनसम्पर्क अधिकारी शिवचरण सिंह गुर्जर ने सहकारिता में यूथ, इलेक्शन टेक्नोलॉजी एवं ट्रेनिंग को समावेशित करने पर विचार व्यक्त करने के उपरांत कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अधिकारियों-कार्मिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया । इस दौरान शीर्ष सहकारी बैंक के महाप्रबन्धक, उप महाप्रबन्धकगण एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहें ।

संस्थाओं में समयबद्ध हो चुनावी प्रक्रिया संपन्न – जोधा

कार्यक्रम के दौरान अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 पर ‘सहकार से समृद्धि‘ के तहत भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही 61 पहलो के बारे में जानकारी देते हुए आर.एस.जोधा ने कहा कि भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय द्वारा राज्य की सभी पैक्स को बहुउद्देशीय संस्थाओं के रूप में परिवर्तित कर व्यापार की नई संभावनाओं को खोला है। साथ ही राज्य सरकार द्वारा राज्य की दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों एवं उनके सदस्यो के खाते राज्य के सहकारी बैंको में खोले जाने का निर्णय सहकारी बैंकों को सम्बल प्रदान करने वाला है। उन्होने सहकारिता को बढावा दिये जाने के लिये युवाओं को जोडने की आवश्यकता पर बल देते हुए संस्थाओं में समयबद्ध चुनाव कराया जाना अतिआवश्यक बताया ।

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