सार
hanumangarh : उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियाँ, अमीलाल सहारण ने सहकारी संस्थाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक सहकारी गतिविधियों को पहुँचाना सभी संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है।

विस्तार
हनुमानगढ़, 25 फरवरी। जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला सहकारी विकास समिति की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर श्री काना राम ने की। बैठक में सहकारी संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण, सहकारी आंदोलन को गति देने और जिले में सहकारिता आधारित विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक के दौरान “अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025” के पोस्टर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियाँ, श्री अमीलाल सहारण ने सहकारिता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समृद्धि और सामूहिक विकास का प्रभावी माध्यम भी है।
उन्होंने सहकारी संस्थाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक सहकारी गतिविधियों को पहुँचाना सभी संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है। श्री सहारण ने सहकारी समितियों को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि संगठनबद्ध होकर कार्य करने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और किसानों, श्रमिकों व छोटे व्यापारियों को अधिक लाभ होगा। उन्होंने सहकारी संस्थानों को आत्मनिर्भर बनाने और नवाचारों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ओपी बिश्नोई, नाबार्ड डीडीएम, कृषि संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद, हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रतिनिधि, गंगमूल डेयरी के अधिकारीगण सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।