जालोर 17 सितम्बर। जिले में खरीफ 2021 में कम वर्षा के कारण अनावृष्टि की स्थिति उत्पन्न हो गई थी क्योंकि जिले में 5 वर्षीय औसत वर्षा 541 मिमी. के विरूद्ध माह अगस्त तक केवल 126 मिमी. ही वर्षा हुई थी जिससे खरीफ की फसलों में अपेक्षित उत्पादन संभव नहीं था। ऐसी स्थिति में जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रचलित मार्ग दर्शिका के प्रावधान संख्या 21.4 के तहत् जिले में मिड सीजन एडवर्सिटी (फसल की मध्य अवस्था में प्रतिकूलता) लागू करने का निर्णय लिया था। प्रभारी अधिकारी भू-अभिलेख चम्पालाल जीनगर ने अवगत करवाया कि फसलों में खराबे का सर्वे करने हेतु संयुक्त जांच टीम जिसमें राजस्व, कृषि, बीमा कंपनी एवं कृषक शामिल थे, द्वारा दिनांक 1 सितम्बर से 7 सितम्बर तक सर्वे कार्य किया गया था। सर्वे के आधार पर जिला स्तरीय संयुक्त समिति एवं जिला स्तरीय निगरानी समिति द्वारा जिले 285 पटवार मंडल को बाजरा के तहत, 203 पटवार मंडल को मूंग के तहत्, 204 पटवार मंडल को ग्वार के तहत् एवं 98 पटवार मंडल को तिल फसल के अन्तर्गत 50 प्रतिशत से कम उपज की संभावना को देखते हुए मिड सीजन एडवर्सिटी क्लाज के तहत् पात्र माना गया, जिसे ऑन एकाउंट पेमेन्ट ड्यू टू मिड सीजन एडवर्सिटी अन्डर सेक्शन 21.4 के प्रावधान अन्तर्गत राज्य सरकार को क्षति अधिसूचना जारी करने हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया था। राज्य सरकार के आदेशानुसार जालोर जिले से प्रस्तावित अनुशंसा की क्षति अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस अधिसूचना से बीमा कंपनी द्वारा प्रावधान के अनुसार बीमित राशि का 25 प्रतिशत तात्कालिक सहायता के रूप में कृषकों के खाते में क्लेम का भुगतान करेगी। क्लेम की शेष राशि का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा राजस्व मंडल द्वारा आयोजित फसल कटाई प्रयोगों की उपज की गणना के आधार पर किया जायेगा। जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत बीमित कृषको को बीमा पॉलिसी ग्राम पंचायत स्तर पर बीमा कंपनी द्वारा वितरण किया जायेगा। साथ ही बीमा कंपनी द्वारा प्रशासन गांवो के संग अभियान के दौरान कृषकों को जागरूक करने हेतु बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार करेगी।
उप निदेशक कृषि विस्तार जालोर डॉ. आर.बी. सिंह ने बताया कि जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार कारण गैर ऋणी कृषकों की बीमा पॉलिसी की संख्या में गत वर्ष 21000 की संख्या के विरूद्ध इस वर्ष लगभग 38000 बीमा पॉलिसी राष्ट्रीय बीमा पोर्टल पर दर्ज हुई थी। गत वर्ष जिले में कुल 333000 पंजीकृत हुई थी उसके विरूद्ध इस वर्ष लगभग 704000 पॉलिसी बीमा पोर्टल पर दर्ज हुई है। क्षति अधिसूचना का प्रस्ताव राज्य सरकार को सबसे पहले जालोर जिले से प्रेषित किया गया जिस कारण राज्य सरकार द्वारा तुरन्त कार्यवाही करते हुए क्षति अधिसूचना जारी कर दी है जिससे जिले के बीमित कृषकों को तात्कालिक क्लेम का लाभ मिल सकेगा।