सिरोही 16 अक्टूबर ! डिजिटल डेस्क। आदिवासी बाहुल्य सिरोही जिले में संचालित पैक्स/लेम्प्स एनपीए के जाल में फंसती जा रही हैं। साल दर साल इनके एनपीए में बढ़ोतरी हो रही है, जिस पर बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर ने भी अवधिपार ऋणों की वसूली निरतंर करने के निर्देश दिए हैं। सालों से चल रहे अवधिपार तथा एनपीए ऋणों की वसूली समय पर नहीं होने के चलते एनपीए में वर्गीकृत की गई कृष्णगंज, मनादर, पालड़ी, रेवदर सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों को समिति स्तर पर एनपीए व अवधिपार ऋणी सदस्यों से ऋणों की वसूली कर समिति को एनपीए से बाहर लानें के निर्देश दिए गए हैं । दरअसल, एनपीए में वर्गीकृत समितियों में लाखों की राशी बकाया बताई जा रही हैं । जिनमें से कृष्णगंज समिति में 10.51, मनादर समिति में 11.89, पालड़ी समिति में 65.29 व रेवदर समिति में 63.44 का एनपीए बकाया चल रहा हैं । एनपीए के बकाया ऋणों की रिकवरी पर समिति व्यवस्थापक सहित संबंधित क्षेत्रीय स्टाफ को भी प्रबन्ध निदेशक द्वारा निर्देशित किया जाकर एनपीए के बकाया ऋणों एवं अवधिपार ऋणों की वसूली कर एनपीए में कमी लाने के लिए निरतंर मॉनिटरिंग करनें के आदेश जारी किए गए हैं ।