14 साल बाद रामदेव केवीएसएस में अध्यक्ष पद पर चुने गए चंदन सिंह विरोल

सार 

Jalore : रामदेव केवीएसएस के अध्यक्ष पद पर चुने गए चंदन सिंह विरोल ने केवीएसएस कार्यक्षेत्र के किसानों को समय पर खाद-बीज उपलब्ध करवाने के साथ-साथ कृषि उपज का खरीद कार्य समयबद्धता से करने एवं अन्य विभागों में समिति की बकाया राशि का पुर्नभरण करने के कार्य को बताया अपनी पहली प्राथमिकता

नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को बधाई देते हिंदुसिंह दुठवा एवं महावीरसिंह दांतिया (Mkm News Sanchore)

विस्तार 

जालोर । डिजिटल डेस्क | 23 मार्च | जिले की भीनमाल को-ऑपरेटिव माकेटिंग सोसायटी को छोड़कर रानीवाड़ा, आहोर, जालोर एवं सांचौर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के चुनाव संपन्न हो गए हैं, हाल ही में रामदेव क्रय-विक्रय सहकारी समिति में पदाधिकारियों के चुनाव निर्वाचन अधिकारी पाबूराम चौधरी की देखरेख में संपन्न हुए, जिसमें अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के वरिष्ट नेता चंदन सिंह विरोल एवं उपाध्यक्ष पद पर गुमानाराम विश्नोई निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, हालांकि पूर्व समय में संचालक मंडल सदस्य के तौर पर अमलूराम दाता, दिनेश कुमार कोड़, पीराराम फालना, भवानी सिंह हाड़ेचा, सुनील कुमार डेडवा, पवनदेवी फालना, पालूदेवी आकोली, भजनलाल हाड़ेचा, भूरी देवी हेमागुड़ा व अजय सिंह सांचौर निर्वाचित हो चुके थे ।

इस दौरान रामदेव क्रय-विक्रय सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी गेनाराम, राव मोहन सिंह चितलवाना, हिंदू सिंह दूठवा, बाबूलाल गोदारा, बाबूलाल खीचड़, जोग सिंह विरोल, महावीर सिंह दाँतीया, पूर्ण सिंह परावा, पंकज विश्नोई, मसराराम गर्ग सहित समिति के कर्मचारी उपस्थित रहें । गौरतलब हैं कि रामदेव क्रय-विक्रय सहकारी समिति में 14 वर्षो के उपरांत राजस्थान सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण द्वारा चुनाव संपन्न कराए गए हैं।

भीनमाल केवीएसएस की निर्वाचन प्रक्रिया सीसीबी चुनाव में बन रही बाधा

जालोर केंद्रीय सहकारी बैंक में 11 वर्ष पहले संचालक मण्डल सदस्य का निर्वाचित बोर्ड भंग कर दिया गया, उसके पश्चात बैंक में प्रशासक के तौर पर जिला कलेक्टर को सरकार ने बैंक की कमान सौंप रखी हैं, केंद्रीय सहकारी बैंक की चुनावी प्रक्रिया संपन्न करवाने से पहले जिले में ग्राम सेवा सहकारी समितियों से लेकर केवीएसएस, उपभोक्ता होलसेल भंडार एवं अन्य बैंक की सदस्य अंशाधारी सहकारी समितियों की चुनावी प्रक्रिया संपन्न करवाने का प्रावधान हैं, क्योकि इन अंशाधारी सहकारी समितियों के पदाधिकारी ही बैंक की चुनाव प्रक्रिया में भाग लेते हैं, जबकि जिले में किसी जमाने में सर्वाधिक करोबार करने वाली भीनमाल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में चुनावी प्रक्रिया शुरु होने के पश्चात कोरम अभाव के चलते स्थगित होकर रह गई थी ।

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