जिला सहकारी विकास समिति एवं पैक्स कम्प्युटराइजेशन योजना की बैठक आयोजित

हाइलाइट्स

आमजन तक सुलभ हो सहकारिता की सेवाएं, ई-सेवाओं की हो बेहतर पहुंच -जिला कलक्टर
ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों ने किया जिला कलक्टर का अभिनंदन

राजसमंद 1 फरवरी । भारत सरकार द्वारा प्रायोजित पेक्स कम्प्युटराइजेशन योजना के क्रियान्वयन के क्रम में प्रथम जिला स्तरीय मॉनिटरिंग एवं इंप्लीमेंटेशन कमेटी की बैठक का आयोजन जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल की अध्यक्षता में किया गया। बैठक के आरम्भ में बैंक के प्रबंध निदेशक एवं कमेटी के सदस्य सचिव आलोक चौधरी द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया गया। कलक्टर की अनुमति से प्रस्तुत एजेण्डे के अनुसार बिंदुवार समीक्षा की गई। सर्वप्रथम प्रबंध निदेशक चौधरी ने बताया कि पैक्स कम्प्युटराईजेशन योजनान्तर्गत जिले की ऑडिटेड पेक्स की डीएलएमइार्सी बैठक आयोजित कर अनुशंषा निर्णयार्थ प्रस्तुत करने हेतु शीर्ष बैंक भिजवाई जानी है। कलक्टर द्वारा जिले की 11 ऑडिटेड पैक्स की सूची पैक्स कम्युटराईजेशन प्रोजेक्ट में शामिल करने हेतु एसएलएमआईसी को अग्रेषित करने हेतु शीर्ष बैंक जयपुर भेजने की अनुशंसा की गई। तत्पश्चात बैठक सधन्यवाद समाप्त की गई।

सहकारी विकास समिति में दिए निर्देश

इसके बाद जिले में जिला सहकारी विकास समिति की बैठक भी हुई जिसमें पैक्स को बहुउददेशीय बनाने के लिए उनके आदर्श उपविधियों का पंजीकरण, पेक्स कम्प्युटराईजेशन, पेक्स विहीन ग्राम पंचायतों में नए मल्टीपरपज पेक्स, डेयरी, फिशरीज समिति की स्थापना करना, विश्व की सबसे बड़ी अनाज भण्डारण योजना के अन्तर्गत अनुमोदन भिजवाना, ई-सेवाओं की बेहतर पंहुच के लिए कॉमन सेवा केन्द्र (सीएससी) के रुप में पैक्स द्वारा सेवाएं उपलब्ध करवाना पर कलक्टर ने दिशा निर्देश दिए। साथ ही पैक्स के माध्यम से नए किसान उत्पादक संगठनों का गठन करने, पैक्स द्वारा पेट्रोल पंप रिटेल आउटलेट, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए आवेदन करने, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र की स्थापना, पैक्स को फर्टिलाइजर वितरण केन्द्र के रूप में स्थापित करने, पैक्स को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र के रूप में रूपांतरित करने पर चर्चा हुई

पीएम कुसुम सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा

पैक्स को पीएम कुसुम योजनान्तर्गत रूपांतरित करने, बैंक मित्र सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराने, सहकारी समितियों के सदस्य किसानों को रूपे किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने, जल जीवन मिशन हेतु समितियों का चयन करने, केन्द्र सहकारी बैंकों में आधार प्लेटफार्म स्थापित करने, सहकारी बैंकों में व्यावसायिक बैंकों की भांति बकाया ऋणों के वन टाइम सेटलमेंट योजना बनाने हेतु योग्य बनाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए। ऐसे ही राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड की सदस्यता के संबंध में, सहकारी समितियों को आयकर अधिनिम के अन्तर्गत सरचार्ज में कमी करने, सहकारी समितियों को आयकर अधिनिम के अन्तर्गत एमएटी में कमी करने, जेम पॉर्टल पर सहकारी समितियों को ऑनबोर्ड किया जाने पर चर्चा हुई। बैठक में संयुक्त निदेशक पशुपालन, संयुक्त निदेशक कृषि, संयुक्त निदेशक मत्स्य, प्रबन्ध निदेशक केन्द्रीय सहकारी बैंक लि., प्रबन्ध निदेशक जिला दुग्ध संघ आदि उपस्थित हुए। सहकारिता विभाग के दिनेश जागिड़, कुलदीप सिंह, उदयपुर सी सी बी हितेश पांचाल, गणपत सेठी, अलकेश भाटी आदि मौजूद रहे।

जिला कलक्टर का किया अभिनंदन

बैठक के बाद ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों द्वारा जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल का मेवाड़ी पाग और उपरना ओढ़ा कर अभिनंदन किया गया। जिला कलक्टर ने आश्वस्त किया कि सहकारी समितियों को हर संभव सहयोग प्रशासन द्वारा दिया जाएगा। इस दौरान प्रबंध निदेशक आलोक चौधरी सहित अन्य मौजूद रहे।

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