ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की योजनाओं को समीक्षा बैठक सम्पन्न

जालोर 7 जून। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाओं और पौधारोपण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक डीओआईटी सभागार में सम्पन्न हुई जिसकी अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि वर्तमान समय में पौधारोपण पर्यावरण एवं मानव जीवन के संरक्षण की महती आवश्यकता है। पौधारोपण करना ही काफी नहीं है बल्कि पौधों का संरक्षण भी बेहद जरूरी है। हमें इस क्षेत्र में नवाचार भी करने चाहिये ताकि हमारे प्रयासों को और त्वरण मिल सके।
बैठक में पौधारोपण की अलग-अलग तकनीकों से विभिन्न किस्मों के पौधें लगाने व उनका संरक्षण करने के साथ शुष्क क्षेत्रों के अनुकूल किस प्रकार के पौधों का वृक्षारोपण किया जाये के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। इसी प्रकार नर्सरी विकास कार्य, पोषण वाटिका विकास कार्य, सामान्य पौधरोपण एवं खुली नर्सरी, ग्रीन हाउस आधारित नर्सरी, पॉली हाउस डिग्गी आधारित नर्सरी, हर ब्लॉक पर एक मॉडल चारागाह के लिए स्थान का चयन करने व नर्सरी बनाने पर गहन चर्चा के दौरान जिला कलक्टर ने इन विषयों से सम्बंधित जानकारी लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जिले में फलदार पौधों व सब्जियों सहित छायादार किस्म के पौधों को विकसित करने के निर्देश देते हुए पौधों के चयन, सही समय, सही स्थान एवं सही प्रविधियों के चयन करने पर जोर दिया। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार वासु ने जिले में चल रही ग्रामीण विकास विभाग से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी एवं उनकी प्रगति के बारे में जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने इन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए आमजन को अधिक से अधिक राहत दिलाने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला शिक्षाधिकारी मोहन मेघवाल,पीडब्ल्यूडी से अनूप गहराना, डीएफओ अमित चौहान,नरेगा के अधिशाषी अभियंता सोहम शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व समस्त विकास अधिकारी उपस्थित रहे।

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