सार
Sikar : ऑल राजस्थान को-ऑपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर सीकर जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के कर्मचारियों व अधिकारियों की आम सभा होटल रघु पैलेस में नरेश कुमार माठ की अध्यक्षता में सम्पन्न

विस्तार
सीकर । डिजिटल डेस्क | 19 मई | जिले की केंद्रीय सहकारी बैंक (CCB) की आर्थिक स्थिती पर सहकार नेता सूरजभानसिंह आमेरा ने चिंता जताई हैं, उन्होने राज्य सरकार की ओर से ऋण माफी के ब्याज पेटे बकाया 58 करोड़ की राशि को लेकर कहा हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशानुसार बकाया 52 करोड़ का शत-प्रतिशत एनपीए (NPA) प्रावधान करने से बैंक की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है, जिससे बैंकिंग लाईसेंस के लिए निर्धारित 9 प्रतिशत सीआरएआर (CRAR) की पालना करने में भारी परेशानी बैंक के समक्ष आकर खड़ी हो गई हैं, उन्होने जिले के किसानों को समुचित फसली ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सरकार स्तर बकाया 52 करोड़ रूपये का भुगतान सीकर केंद्रीय सहकारी बैंक (SCCB) को करवाने की मांग उठाई है। दरअसल, कल ऑल राजस्थान को-ऑपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर सीकर जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के कर्मचारियों व अधिकारियों की आम सभा होटल रघु पैलेस में नरेश कुमार माठ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें सहकार नेता सूरजभानसिंह आमेरा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, इनके साथ जयपुर से संगठन पदाधिकारी मनीष गंगावाल, राकेश कुमार गुर्जर, सर्वेश चौधरी, विनोद कुमार मीणा व दीपक सिंह जादौन भी अतिथि के रुप में शामिल रहें । इस दौरान सीकर जिले की विभिन्न शाखाओं व प्रधान कार्यालय से बड़ी संख्या में कर्मचारी व अधिकारियों उपस्थित रहें ।
6 साल से डीपीसी लंबित
सहकार नेता आमेरा ने आमसभा को संबोधित करते हुए सीकर केंद्रीय सहकारी बैंक में पिछले 6 साल से लम्बिल विभागीय पदोन्नति कमेटी (D.P.C) की बैठक कर कर्मचारियों एवं अधिकारियों को रिक्त पदों पर पदोन्नत करने की मांग उठाई, उन्होने कहा कि सरकार द्वारा सभी विभागों में वर्ष में दो बार डीपीसी कर पदोन्नति देने के आदेश एवं निर्णय के बावजूद बैंक प्रबन्धन द्वारा डीपीसी लम्बित रखे जाने से कर्मचारियों के आर्थिक हितों पर भारी कुठाराघात हो रहा है। साथ ही, उन्होने सीकर बैंक में स्टाफ स्ट्रैन्थ की समीक्षा कर पदो में बढ़ोतरी करने, सीसीबी में पारदर्शी स्थानांतरण नीति लागू करने, राज्य में टू-टीयर सहकारी बैंकिंग व्यवस्था लागू करने तथा “एक राज्य एक ग्रामीण बैंक”की तर्ज पर “एक राज्य एक सहकारी बैंक”को लागू मांग दोहराई हैं ।

17वें वेतन समझौते की कार्यवाही शुरू करने की मांग
सहकार नेता आमेरा ने आमसभा में बैंक कर्मियों को सम्बोधित करते हुए द्वि-पक्षीय लिखित संपन्न 16वें वेतन समझौते के तहत नियमानुसार देय बकाया यथा समर्पित, उपार्जित अवकाश का बढ़े हुए वेतनमान पर अंतर की राशि का भुगतान, बढ़े हुए वेतनमान पर मकान किराया भत्ते की राशि का भुगतान, JAIIB/CAIIB शैक्षणिक योग्यता पर 15वें वेतन समझौते के अनुसार देय वेतन वृद्धि का लाभ यथावत जारी करने, सेवा शर्तों को लेकर न्यायालय में लम्बित वाद के चलते रोके गये वेतन समझौता भुगतान का लाभ शीघ्र जारी करने, बैंकिंग सहायक वर्ग को अधिकारी पद पर कार्य एवजी नियमानुसार कार्यवाहक अधिकारी भत्ते का भुगतान जारी किया जाने की मांग उठाई हैं, साथ ही उन्होने जनवरी, 2024 से देय 17वें वेतन समझौते की कार्यवाही शुरू किये जाने की मांग की हैं ।
सर्व सम्मति से पदाधिकारियों का निर्वाचन
आमसभा के दौरान पदाधिकारियों का निर्वाचन किया गया, जिसमें अध्यक्ष-मुकेश श्रीवास्तव, सचिव नरेश कुमार माठ, कोषाध्यक्ष-कुलदीप सिंह राठौड, उपाध्यक्ष सुशील जाखड़, महावीर सिंह राठौड, महेश कुमार देवर, अमित सोनी, जयप्रकाश यादव, संगठन सचिव अंकित शर्मा, नेमीचंद बगाड़िया, श्रीमति ममता बिरानिया, सहायक सचिव-जयंत वशिष्ठ, कुमारी शैलेजा शर्मा, प्रदीप सिंह शेखावत, सहायक कोषाध्यक्ष-रवि प्रकाश मीणा निर्वाचित किये गये। कार्यकारिणी सदस्य व शाखा प्रतिनिधि-विजय कुमार मीणा, सोहन लाल, चंदेश माथुर, रामस्वरूप भूकर, धर्मेन्द्र मीणा, सुरेन्द्र वर्मा, देवेन्द्र सैनी, सुनील कुमार सरवा, हिमांशु सोनी, लखन मीणा, प्रतिज्ञा गुर्जर, ललित वर्मा, सोरभ चतुर्वेदी, रामसरण चौधरी, राजकुमार मीणा निर्वाचित किये गये हैं ।