सार
Ganganagar : साइबर सिक्योरिटी एवं ऑनलाइन बैंकिंग पर जागरूकता हेतु कार्यशाला में जिला पुलिस साइबर सैल से एएसआई नरेंद्र, प्रोग्रामर सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार, पीएनबी एलडीएम प्रतिनिधि नीरज शर्मा एवं कृष्णलाल सैनी ने साइबर फ्राड और ऑनलाइन फ्राड के प्रचलित तरीकों एवं इनसे बचाव की जानकारी दी
विस्तार
श्रीगंगानगर, 24 अप्रेल। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष (आईवाईसी) 2025 में आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की शृंखला में दी गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड (जीकेएसबी) के प्रधान कार्यालय में साइबर सिक्योरिटी एवं ऑनलाइन बैंकिंग पर जागरूकता हेतु कार्यशाला का आयोजन उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्री दीपक कुक्कड़ की अध्यक्षता में किया गया। वक्ताओं द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न सहकारी समितियां के अध्यक्षों और बैंक कार्मिकों को बताया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग बेहद सावधानी से करें। प्ले स्टोर से कोई भी एप डाउनलोड करने के दौरान, मोबाइल हैंडसैट को लेकर मांगी जाने वाली विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियां (गैलरी, कैमरा, लोकेशन, फोटो, कॉन्टैक्ट, एसएमएस) को सोच-विचार के बाद ही दिया जाये। ऐसी बहुत सारी एप्स होती हैं, जिनमें इनकी रिक्वायरमेंट नहीं होती, फिर भी सॉफ़्टवेयर डवल्पर ऐसी परमिशन मांग लेते हैं। यह व्यक्ति की निजता को लेकर बहुत बड़ा खतरा है। क्योंकि अक्सर ऐसी एप्लीकेशन हिडन वर्क करती हैं और आपकी हर गतिविधि पर नजर रखती हैं।
साइबर सैल की ओर से महिलाओं को, विशेष रूप से कैमरा के उपयोग और एप्लीकेशन डाउनलोड करते समय कैमरा एक्सेस की परमिशन देने के प्रति अधिक सावधानी बरतने और विशेषकर, निजता के क्षणों में मोबाइल से दूर रहने की सलाह दी गयी। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए, प्रत्येक व्यक्ति को मोबाइल फोन में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्राप्त होने वाले वीडियो, डॉक्यूमेंट्स, फोटो आदि का ऑटोमैटिक डाउनलोड बंद रखने के लिए परामर्श दिया गया।

वक्ताओं ने उपस्थितजनों से अपील की कि वे अपने बैंक खाते का उपयोग किसी और को नहीं करने दें, इसका उपयोग साइबर स्केम की रकम के लिए किया जा सकता है, जिससे भविष्य में खाताधारक को कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है। उप रजिस्ट्रार श्री दीपक कुक्कड़ ने कहा कि लालच, डर या अज्ञानता के कारण ही लोग साइबर फ्रॉड का शिकार होते हैं। लालचवश अंजान लिंक पर क्लिक करते हैं और शातिर किस्म के अपराधी बैंक खाते से सारी राशि निकाल लेते हैं। वरिष्ठ प्रबंधक श्री पवन शर्मा ने बच्चों को मोबाइल देते समय किड्स मोड ऑन करके ही देने की सलाह दी, ताकि बच्चे कोई गलत एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं कर लें। साइबर सैल के प्रतिनिधियों द्वारा अच्छी रेटिंग वाली और अच्छे रिव्यू वाली एप्लीकेशन को ही डाउनलोड करने की सलाह दी गयी। जिला पुलिस के साइबर सैल की ओर से बताया गया कि साइबर ठगी का शिकार होने पर पुलिस कंट्रोल रूप (100) के साथ-साथ 1030 नम्बर या जिला पुलिस द्वारा जारी मोबाइल नम्बर 95304-34095 पर शिकायत दर्ज करायी जा सकती है।