किसानों का पहले हुआ ऋण माफ, अब उन्हें नहीं मिल पा रहा है ऋण

पोर्टल पर नहीं मिल रही सुविधा, गत दो वर्ष से अधिक समय से बंद है पोर्टल पर ऋण आवेदन

जालोर । जिले के ग्राम सेवा सहकारी समितियों से जुड़े किसानों को गत दो वर्ष में अवधिपार ऋणी मानकर ऋण माफ होने के बाद अब इन किसानों को दुबारा अल्पावधि फसली सहकारी ऋण नहीं मिल पा रहा है। पोर्टल पर इन किसानों के लिए ऋण आवेदन तक बंद कर दिया गया है। ऐसे में किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि जिले में अवधिपार ऋणी सदस्य ऐसे काश्तकार एवं किसान जिनकी पूर्व में ऋण माफी हो चुकी है। लेकिन अब दुबारा नया ऋण नहीं मिल रहा है। ऐसे में अवधिपार काश्तकारों के दुबारा ऋण संबंधी समस्यों का लम्बे समय से समाधान नहीं हो रहा है। अवधिपार काश्तकारों के अनुसार गत दो वर्ष में उनका विभिन्न समितियों द्वारा ऋण माफ कर माफी पत्रक दिए गए थे। इसके बाद जब काश्तकार नए सिरे से दुबारा ऋण लेने के लिए समितियों में गए तो वहां ऋण पोर्टल पर आवेदन बंद होने का हवाला दिया गया। जिससे किसानों को ऋण नहीं मिलने से आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है। साचौर विधानसभा क्षेत्र में अवधिपार किसानों को अब नए सिरे से ऋण नहीं मिल पा रहा है। जबकि ये किसान ऋण के लिए कई बार सहकारी समितियों में चक्कर लगा चुके है। केवल मालवाङा पैक्स में ही इस वर्ग के 285 किसान है। इधर मालवाङा पैक्स के व्यवस्थापक मदननाथ के अनुसार सरकार द्वारा अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के लिए बनाए गयें पोर्टल पर अब तक अवधिपार ऋणी सदस्यो के लिए नहीं खुला है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है। अल्पावधि सहकारी फसली ऋण वितरण के लिए बनाए गए पोर्टल पर अवधिपार ऋणी सदस्यो के लिए दुबारा खोले जाने की मांग को लेकर ऋणी काश्तकार सहित जनप्रतिनिधियों ने सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को पत्र लिखकर मामले में दखल देकर बंद पड़े अवधिपार ऋणी सदस्यो के पोर्टल पर ऋण आवेदन को जल्द से जल्द दुबारा शुरू करने की मांग की है। जिससे अवधिपार काश्तकारों को राहत मिल सकें। चितलवाना पंचायत समिति क्षेत्र में दो वर्ष से अवधिपार ऋणी किसानों को पुनः ऋण नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि यहां कार्यरत 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियां में करीब 4 हजार 7 सौ 39 अवधिपार ऋणी किसान है। जिनको दुबारा से ऋण नहीं मिल पा रहा है। किसानों ने बताया कि इस प्रकार के ऋणी किसानों के लिए पोर्टल खोला जाए। जिससे इन किसानों को फिर से ऋण मिल सके।

जिले में 38618 अवधिपार ऋणी किसान
जालोर । जिलेभर की ग्राम सेवा सहकारी समितियों से जुड़े अवधि पार ऋणी किसानों की संख्या 38 हजार 6 सौ 18 है। इन किसानों का ऋण माफ होने के बाद अब ऋण का आवेदन पोर्टल के माध्यम से संभव नहीं हो पा रहा है। जिले के मात्र साचौर विधानसभा क्षेत्र में 9 हजार 7 सौ 69 एवं रानीवाङा विधानसभा क्षेत्र मे 5 हजार 8 सौ 52 वंचित किसानों की संख्या है।

खोला जाए पोर्टल, दी जाए राहत
किसानों को ऋण देकर राहत दी जानी चाहिए। दो वर्ष से अधिक समय से अवधिपार ऋणी किसानों को दुबारा ऋण नहीं दिया जा रहा है। जबकि इन किसानों का भी सरकार ने ऋण माफ किया था। अवधिपार ऋणी किसानों को भी दुबारा से ऋण देने की सुविधा दी जाए।
ईशराराम विश्नोई किसान नेता

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