सहकारी समितियों में आमसभा आहुत करवाने और व्यवस्थापकों के रिक्त पद भरने की मांग

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पाली । डिजिटल डेस्क I 21 फ़रवरी I केन्द्रीय सहकारी बैंक की सुमेरपुर एवं तखतगढ़ शाखा कार्यक्षेत्र में संचालित ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आमसभा आहुत करवाने और व्यवस्थापकों के रिक्त पदो को सहकारी भर्ती बोर्ड के माध्यम से भरने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इसके लिए सहकारी साख आंदोलन से जुड़े सुत्रो ने सहकारिता विभाग की इकाई पैक्स-लैम्पस में व्यवस्थापकों की भर्ती सहकारी भर्ती बोर्ड से करवाने और वर्ष में एक बार आमसभा आहुत करवाने की मांग दोहराई है।
सुत्रो की ओर से उच्च अधिकारियों को भेजे गए पत्र के मुताबिक ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सदस्यों की प्रतिवर्ष आमसभा बुलाई जाती है। वही, सहकारी समितियों के संचालन में व्यवस्थापक का पद महत्वपूर्ण होता है। हालांकि सुत्रो का कहना हैं कि वर्तमान में ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आमसभा कब और किसी वर्ष मे हुई है इसकी जानकारी समिति सदस्यो को नही है, और तो और रजिस्ट्रार सहकारी समितियां जयपुर के आदेशों के उपरांत भी ग्राम सहकारी समितियों की भर्ती में नियम कायदों को ताक पर रख कर पूर्व समय में पुश्तैनी रुप से व्यवस्थापक पद पर नियुक्त किए गए अयोग्यताधारी कर्मियों की जांच करवाकर व्यवस्थापक पद पर भर्ती सहकारी भर्ती बोर्ड के माध्यम से करवाने की मांग की है।

भर्ती बोर्ड से रिक्त पद भरने की मांग

सुत्रो ने बताया कि तख्तगढ, सुमेरपुर सहित पुरे जिले की ग्राम सेवा सहकारी समिति कृषि ऋणदात्री समितियां (जीएसएस) जहां बड़े पैमाने पर व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक कार्यरत है उनमें भर्ती संबंधी नियमों की पालना नहीं हुई है। साथ ही वर्षों से कार्य कर रहे कार्मिकों ने कागजी घोड़े दौड़े कर सहकारी समितियों में पुश्तैनी रुप से कार्मिक नियुक्त कर दिए है। सुत्रो ने सहकारी समितियों के कर्मचारियों की भर्ती चयन प्रक्रिया और सेवा नियम 2022 के तहत राजस्थान राज्य सहकारी भर्ती बोर्ड के माध्यम से व्यवस्थापकों के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती किए जाने की मांग की हैं।

आमसभा में होता हैं, वर्ष भर का लेखा जोखा

भेजे गए पत्र के अनुसार ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सदस्यों की प्रतिवर्ष आमसभा बुलाई जाती है। आमसभा में प्रतिवर्ष ऑडिट रिपोर्ट की अनुपालना, बजट पारित करने के साथ ही लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया जाता है। इसके अलावा सदस्यों के सुझाव लेने के साथ ही व्यापार को लेकर आगामी कार्य योजना पर भी चर्चा की जाती है, लेकिन केन्द्रीय सहकारी बैंक पाली की सुमेरपुर एवं तख्तगढ शाखा अंतर्गत संचालित ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आमसभा नहीं होने पर बजट एवं ऑडिट रिपोर्ट की अनुपालना सहित ऋण वितरण, वसुली, खाद-बीज वितरण प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि सीसीबी पाली की सुमेरपुर, तख्तगढ शाखा कार्यक्षेत्र में करीबन 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियां के माध्यम से लगभग 8 हजार 202 ऋणी किसान सदस्यों को प्रतिवर्ष फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।

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