
सिरोही, 24 जून। माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा समृद किसान-खुशहाल राजस्थान की सोच के साथ वर्ष 2022-23 में प्रदेश का प्रथम कृषि बजट पेश किया गया है जिसमें कृषि, उधान, कृषि विपरण, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, जल संसाधन, ऊर्जा, सहकारिता, पशुपालन एवं जन जाति क्षेत्रीय विकास विभागों की गतिविधियों को शामिल किया गया है। जिले में बजट घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं जन-जन तक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से जिला कलक्टर डाॅ. भवर लाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि बजट आमुखीकरण कार्यशाला आत्मा सभागार में आयोजन किया गया। कार्यशाला में उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद् के संजय तनेजा ने जिला कलक्टर का स्वागत करते हुए कृषि बजट में घोषित विभिन्न कृषि विभागीय योजनाओं के 5000 करोड के प्रावधीत 11 मिशन का विवरण प्रस्तुत किया। जिनमें राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन, राजस्थान जैविक खेती मिशन, राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन, राजस्थान मिलेट्स प्रोत्साहन मिशन, राजस्थान संरक्षित खेती मिशन, राजस्थान उद्यानिकी विकास मिशन, राजस्थान फसल सुरक्षा मिशन, राजस्थान भूमि उर्वरता मिशन, राजस्थान कृषि श्रमिक सम्बल मिशन, राजस्थान कृषि तकनिकी मिशन, राजस्थान खाद्य प्रसंस्करण मिशन पर विस्तृत जानकारी प्रेषित की गई। कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों द्वारा जिले के लिए निम्न प्रस्ताव रखें गये। खरीफ फसलों का बीज उत्पादन बीज स्वावलंबन योजना में लिया जायें। उद्यानिकी विकास के तहत् मसाला फसलों में मिर्च व सौंफ फसलों के विस्तार हेतु प्रदर्शन लिये जायें। जिले को कृषि यंत्रों के प्राप्त आवेदनों के अनुसार लक्ष्य आवंटित किये जायें। जिले में कृषि महाविद्यालय की स्थापना की स्थापना की जायें। सिरोही जिले में दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ की अलग से स्थापना की जायें। ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम सेवा सहकारी समिति की स्थापना को गति दी जायें।
कार्यशाला में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायण सिंह चारण द्वारा राजीव गांधी जल संचय योजना का बजट में घोषणा का विवरण प्रस्तुत किया तथा संचयी जल का उपयोग फव्वारा व बूंद-बूंद सिंचाई द्वारा किये जाने पर जोर दिया। सहायक निदेशक उद्यान डाॅ. हेमराज मीणा ने उद्यानिकी योजनाओं पर एवं सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) डाॅ. हीर सिंह राठोड ने कृषि योजनाओं पर प्रस्तुतीरण दिया गया। प्रबन्ध निदेशक सैन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लि. के नारायण सिंह चारण द्वारा खरीफ में कृषि ऋण वितरण के बारे में जानकारी दी। अधीक्षण अभियन्ता जल संसाधन विभाग धर्मेश कुमार एवं जोधपुर विद्युत वितरण निगम लि. के. एल. मेघवाल, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग जगदीश बरवड, मण्डी सचिव सुमरेपुर पुरण मल जैतावत एवं मण्डी सचिव आबूरोड रजनीश सक्सेना तथा जनजाति क्षेत्रिय विकास विभाग आबूरोड महेन्द्र चारण द्वारा कृषि बजट में संबंधित घोषणाओं पर जानकारी एवं अब तक की प्रगति सदन के समक्ष रखी। जिला कलक्टर द्वारा बजट से संबंधित घोषणाओं को संबंधित विभागों द्वारा प्राथमिकता से पूर्ण करने एवं योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देष दिये। बैठक में उप जिला प्रमुख मनीषा मीणा, जिला परिषद सदस्य श्री लुम्बाराम चैधरी, श्री किरण राजपुरोहीत, श्री कन्हैया लाल, श्रीमति मधु तथा अन्य संबंधित विभागों में डाॅ. दिनेश प्रजापत, डीडीएम नाबार्ड तथा जलग्रहण विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, पशु विज्ञान केन्द्र, रानीवाडा डेयरी इत्यादि के अधिकारी मौजुद रहें। कार्यशाला का समापन उप निदेशक कृषि (विस्तार) तनेजा द्वारा सधन्वाद प्रकट कर किया गया।