नई दिल्ली I 1 जुलाई I प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने कहा है कि अमृत काल में देश के गांवों और किसानों की क्षमता बढाने के लिए सहकारिता क्षेत्र की भूमिका बहुत अधिक बढने वाली है।
प्रधानमंत्री ने आज नई दिल्ली में सत्रहवें भारतीय सहकारिता सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर कहा कि देश में सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण और कृषि के हर क्षेत्र को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि और किसानों के कल्याण के लिए हर वर्ष साढे छह लाख करोड रुपये से अधिक खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि छोटे और मंझोले किसानों को सरकारी योजनाओं से बहुत लाभ हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार में किसानों को विभिन्न योजनाओं के जरिए हर वर्ष पचास हजार रुपये की गारंटी दी गई है। उन्होंने कहा कि यह मोदी की गारंटी है।
किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि करोडों छोटे किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत किसानों के बैंक खातों में दो लाख पचास हजार करोड रुपये का प्रत्यक्ष अंतरण किया गया है। श्री मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार के पांच वर्षों के दौरान कृषि पर 90 करोड रुपये का खर्च किया गया जिसकी तुलना में प्रधानमंत्री किसान योजना में तीन गुना अधिक राशि खर्च की गई है। श्री मोदी ने कहा कि आज किसानों को 270 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से यूरिया मिल रहा है जो बंगलादेश, पाकिस्तान, चीन और अमरीका के मुकाबले बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले नौ वर्षों में उर्वरकों पर दस लाख करोड रूपए से अधिक की सब्सिडी दी है और अनाज के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पंद्रह लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने यूरिया सब्सिडी के लिए तीन लाख सत्तर हजार करोड रुपये का विशेष पैकेज घोषित किया है।
पीएम प्रणाम योजना की विशेषताओं पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश में प्राकृतिक कृषि को बढावा दे रही है। उन्होंने सहकारी क्षेत्र से मृदा स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और रसायन मुक्त रखने के लिए काम करने का अनुरोध किया। श्री मोदी ने सहकारिता क्षेत्र से सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं, अनाज भंडारण सुविधाएं तैयार करने, प्रौद्धोगिकी के उपयोग और डिजिटल प्रणाली स्थापित करने का काम करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में एक अलग सहकारिता मंत्रालय गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के गठन से सहकारिता क्षेत्र में कई बदलाव सम्भव हो सके हैं।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारिता संघ ने दो दिन का भारतीय सहकारिता सम्मेलन आयोजित किया है, जिसका विषय है अमृत काल सशक्त भारत के लिए सहकारिता से समृद्धि। गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं।
सहकारिता मंत्रालय के अनुसार इस सम्मेलन का उद्देश्य सहकारिता आंदोलन के विभिन्न रुझानों पर चर्चा करना सफल सहकारी संगठनों की श्रेष्ठ पद्धितयों और सहकारिता क्षेत्र के सामने खडी चुनौतियों की जानकारी देना है। सम्मेलन में सहकारिता क्षेत्र से जुडे साढे तीन हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।