
झालावाड़ 09 जनवरी। केन्द्रीय सहकारी बैंक की वर्ष 2023-24 के लिए जिला स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक सोमवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलक्टर के निर्देशन में फसली ऋण, पशुपालन, मत्स्य पालन, लाख, शहतूत की खेती और रेशम कीट व मधुमक्खी पालन के लिए ऋण मापदण्ड निर्धारण पर चर्चा की गई। इस दौरान डीडीएम नाबार्ड द्वारा अवगत कराया गया है कि राज्य में लाख की खेती, शहतूत की खेती, रेशम कीट और मधुमक्खी पालन जैसी गतिविधियों के लिये जिला स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा पृथक से वित्तमान निर्धारित कर वर्ष 2023-24 के लिये संशोधित ऋण मापदण्ड निर्धारित किए जाएंगे।
बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में लागू फसली ऋण मापदण्ड एवं पशुपालन, मत्स्य पालन हेतु कार्यशील पूंजी हेतु निर्धारित मापदण्ड के साथ कृषि विभाग एवं पशुपालन और मत्स्य व्यवसायी किसानों की कार्यशील पूंजी आवश्कताओं की पूर्ति के लिये लागत का चार्ट लगाया है। इसमें समान जलवायु वाले जिले यथा कोटा, बूंदी व बारां में प्रचलित ऋण मापदण्डों का तुलनात्मक विवरण व राज्य औसत निर्धारित मापदण्ड भी अंकित किया गया है।
बैठक में सीसीबी प्रबंधक निदेशक गुलाब चन्द मीना, अग्रणी बैंक अधिकारी ओमकार बुनकर, डीडीएम नाबार्ड वासुदेव मीना सहित विभिन्न बैंक शाखाओं के प्रबंधक, सहकारी समितियों के अध्यक्ष उपस्थित रहे।