31 जुलाई तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवा सकते हैं किसान

संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार राधेश्याम नारवाल ने बताया कि खरीफ फसल में बाजरा, मूंगफली, ग्वार, मूँग, मोठ, तिल, और ज्वार कुल सात फसलों एवं पुर्नगठित मौसम आधारित खरीफ 2023 में जैसलमेर जिले के लिए अरण्डी, अनार व खजुर को जोडा गया है। 

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हाइलाइट्स

जिले में फसलों का बीमा करने के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लि. को अधीकृत .
गैर ऋणी कृषक 31 जुलाई 2023 तक CSC माध्यम से खरीफ फसलो के लिए बीमा करवा सकते हैं
जैसलमेर, 24 जुलाई। राज्य सरकार ने खरीफ 2023 के लिए फसल बीमा की अधिसूचना जारी कर दी है। जिले में खरीफ 2023 में फसलों का बीमा करने के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लि. को अधीकृत किया गया है।
संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार राधेश्याम नारवाल ने बताया कि जिले के किसान खरीफ फसल के लिए 31 जुलाई 2023 तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत बीमा करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि खरीफ फसल में बाजरा, मूंगफली, ग्वार, मूँग, मोठ, तिल, और ज्वार कुल सात फसलों एवं पुर्नगठित मौसम आधारित खरीफ 2023 में जैसलमेर जिले के लिए अरण्डी, अनार व खजुर को जोडा गया है। 
उन्होंने बताया कि खरीफ 2022 के लिए अधिसूचित फसले प्रीमीयम राशि( बीमित राशि का 2 प्रतिशत) व बीमित राशि बाजरा के लिए 5052 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 101.04 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर, मूंगफली के लिए 98966 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 1979.32 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर, ग्वार के लिए 10609 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 212.18 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर, मूंग के लिए 29839 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 596.78 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर, मोठ के लिए 19366 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 387.32 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर, तिल के लिए 21235 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 424.7 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर तथा ज्वार के लिए 22461 बीमित राशि प्रति हैक्टर और 449.22 प्रीमीयम राशि प्रति हैक्टर है।
संयुक्त निदेशक नारवाल ने बताया कि 29 जुलाई 2023 तक बुवाई की गयी फसल में किसान बदलाव करना चाहता है तो वास्तविक बुवाई का विवरण बैंक में देवे एवं अपने बैंक खाता में अपना आधार कार्ड अवश्य जुडवाएं।
नारवाल ने बताया कि गैर ऋणी कृषक 31 जुलाई 2023 तक CSC माध्यम से खरीफ फसलो के लिए बीमा करवा सकते हैं। इसके लिए जिसमें आधार कार्ड, स्वप्रमाणित नवीनतम जमाबंदी की नकल, स्वप्रमाणित बुवाई प्रमाण पत्र एवं बैंक पासबुक की शाखा से प्रमाणित जिसमें बैक शाखा का नाम, खाता संख्या, IFSC CODE खाताधारक के नाम का उल्लेख स्पष्ट शब्दों में होना अनिवार्य है। बटाईदार कृषक होने की स्थिति में बटाईदार कृषक संबन्धित खातेदार से शपथ पत्र प्राप्त कर प्रस्तुत करेगा जिसमें कृषक का भूमि विवरण शामिल हो एवं बटाईदार कृषक राजस्थान का मूल निवास प्रमाण पत्र एवं दोनो कृषकों को स्वयं का सत्यापित आधार कार्ड की प्रति प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
उन्होंने बताया कि खरीफ फसलों का बीमा करवाने के लिए किसानों को कुल बीमित राशि का 2 फीसदी व पुनर्गठित मौसम आधारित खरीफ में अरण्डी बीमित राशि प्रति हैक्टर 38006, खजुर बीमित राशि प्रति हैक्टर 170000, अनार की बीमित राशि प्रति हैक्टर 103664 के लिए बीमित राशि 5 फीसदी राशि निर्धारित की गई है।
जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने जिले के किसानों से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक किसान अपनी फसलो का बीमा करवाये और स्थानिक आपदाओं की स्थिति मे योजना का लाभ उठाये।
राधेश्याम नारवाल संयुक्त निदेशक कृषि ने बताया कि जिले में बाजरा, मूंगफली, ग्वार, मूंग, मोठ, तिल और ज्वार के साथ ही इस वर्ष जिले के लिए अरण्डी, अनार व खजुर का भी बीमा किया जा रहा है। किसान खरीफ फसल के लिए 31 जुलाई तक बीमा करवा सकते है।
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