आठ वर्ष बीते केन्द्रीय सहकारी बैंक को नहीं मिल पाए अध्यक्ष

केन्द्रीय सहकारी बैंक में प्रबंध निदेशक पद का अतिरिक्त कार्यभार खण्डीय रजिस्ट्रार को सौप रखा हैं । इस कारण बैंक का कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं फरियादी भी प्रबंध निदेशक के नहीं मिलने से हताश होकर लौट रहे हैं। इस पर जिले के सहकारिता से जुड़े सुत्रो ने चिंता जाहिर की है।
  • 34 साल में 26 प्रशासकों के भरोसे केन्द्रीय सहकारी बैंक की कमान
Eight years passed, the Central Cooperative Bank could not get the chairman

जैसलमेर । डिजिटल डेस्क I 17 जुलाई I किसानो को राहत देने के लिए केन्द्रीय सहकारी बैंक मुख्य बैंको मे शामिल है किंतु केंद्रीय सहकारी बैंक में पिछले एक साल से प्रबंध निदेशक के पद रिक्त को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था पर सरकार के द्वारा बीते एक वर्ष से ध्यान नहीं दिया जा रहा है, आलम यह है कि केन्द्रीय सहकारी बैंक की अध्यक्ष की कुर्सी सहित संचालक मंडल की टीम बीते आठ वर्ष से रिक्त पड़ी हुई है। जबकि केन्द्रीय सहकारी बैंक का काम किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण वितरित करना, फसलों का बीमा उपलब्ध कराना और बैंक की विभिन्न शाखाओं का संचालन करने के साथ-साथ सहकारिता विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं कों ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों तक पहुचाना हैं ।

केवल तीन बार चुने गये हैं अध्यक्ष

केन्द्रीय सहकारी बैंक जैसलमेर की स्थापना के पश्चात पहले अध्यक्ष के तौर पर किशनसिंह भाटी 29 सितम्बर 1988 से 31 जनवरी 1996 तक काबिज रहे । वही, पहली महिला अध्यक्ष के तौर पर श्रीमति दौली गोदारा ने 3 अक्टूबर 2009 से 13 दिसम्बर 2011 तक बैंक अध्यक्ष पद की कमान संभाली। इसके पश्चात देवीसिंह भाटी 22 मई 2012 से 20 अक्टूबर 2014 तक अध्यक्ष चुने गये ।

26 कलेक्टर रह चुके हैं प्रशासक

बैंक प्रशासक की कमान 26 कलेक्टर संभाल चुके हैं। जिसमे कलेक्टर विशेष निरंजन आर्य, सुधांश पंत, कुलदीप राका, हेमंत गेरा, कैलाशचन्द्र मीणा, नमित मेहता व आशिष मोदी शामिल हैं।

फैक्ट फाइल

जिले में ऋणी किसान सदस्य – 56064
जिले में संचालित सहकारी बैंक की शाखाएं – 10
जिले में संचालित ग्राम सेवा सहकारी समितियां -120

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