जयपुर, 29 जून। राज्य वित्त आयोग ने आमजन, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, विषय विशेषज्ञों एवं हितधारकों के सुझाव आमंत्रित किये हैं। सुझाव आयोग के कार्यालय में डाक, व्यक्तिशः अथवा ई-मेल sfc-6@rajasthan.gov.in पर भेजे जा सकते हैं। आयोग के सदस्य सचिव श्री बन्ना लाल ने बताया कि आयोग को सौंपे गए कार्य ¼Terms of Reference½ आयोग की वेबसाइट sfc.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध हैं।
सदस्य सचिव ने बताया कि आयोग द्वारा पंचायतीराज संस्थाओं एवं शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति का पुनर्विलोकन कर इन संस्थाओं द्वारा सम्पादित किये जाने वाले कायोर्ं के लिये इनकी जरूरतों एवं उपलब्ध संसाधनों के मद्देनजर इन्हें राज्य सरकार के कर राजस्व में से हिस्सा राशि दिये जाने की सिफारिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि आयोग अभिनय रीतियों के साथ स्थानीय निकायों द्वारा संग्रहित करों और राजस्वों और उपयोक्ता प्रभारों के युक्तिकरण पर विशेष बल के साथ स्थानीय संस्थाओं की वित्तीय स्थिति में सुधार, सेवाओं के प्रदाय की गति, दक्षता, लागत प्रभावशीलता की आवश्यकता, सूचना प्रणाली का उपयोग, ऑन-लाइन लेखा प्रणाली, वित्तीय डाटा बेस के साथ प्रबंधन, व्यय में मितव्ययता और दक्षता आदि पर भी अपने सुझाव देगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व वित्त मंत्री, श्री प्रद्युम्न सिंह की अध्यक्षता में छठे राज्य वित्त आयोग का गठन किया गया है। आयोग में डॉ. लक्ष्मण सिंह रावत एवं श्री अशोक लाहोटी को सदस्य बनाया गया हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व वित्त मंत्री, श्री प्रद्युम्न सिंह की अध्यक्षता में छठे राज्य वित्त आयोग का गठन किया गया है। आयोग में डॉ. लक्ष्मण सिंह रावत एवं श्री अशोक लाहोटी को सदस्य बनाया गया हैं।