श्री कटारिया ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत योजना प्रावधानों में दर्ज की गई उपज क्षति के आधार पर ही आनुपातिक बीमा क्लेम दिये जाते हैं।
हाइलाइट्स
वर्ष 2022-23 में 1 लाख 41 हजार 132 फसल बीमा पॉलिसियां सृजित हुई हैं,.
70 हजार 853 फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को फसल खराबे के लिए बीमा क्लेम का भुगतान
खरीफ 2022 में पाली में 5 हजार 29 किसानों को 5 करोड 29 लाख 99 हजार रूपये आदान अनुदान की राशि वितरित
रबी 2022-23 के बीमा क्लेम की गणना राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर जारी है।
जयपुर, 24 जुलाई। कृषि मंत्री श्री लाल चन्द कटारिया ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि विधानसभा क्षेत्र सुमेरपुर में दस्तावेज पूर्ति के अभाव में शेष रहे 68 बीमा क्लेम का भुगतान भी शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि पर्यवेक्षक इन किसानों के घर जाकर खाता ठीक कराने का काम करेंगे, ताकि बीमा क्लेम का शीध्र भुगतान किया जा सके। श्री कटारिया ने बताया कि सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2021-22 तथा वर्ष 2022-23 में 70 हजार 853 फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को फसल खराबे के लिए बीमा क्लेम का भुगतान किया गया है। कृषि मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्यों द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र सुमेरपुर में वर्ष 2021-22 में 1 लाख 7 हजार 334 तथा वर्ष 2022-23 में 1 लाख 41 हजार 132 फसल बीमा पॉलिसियां सृजित हुई हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 70 हजार 853 फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को फसल खराबे के लिए बीमा क्लेम का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि रबी 2022-23 के बीमा क्लेम की गणना राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर जारी है। बीमा क्लेम के समयबद्ध भुगतान को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बीमा प्रीमियम राज्यांश के बकाया 210 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कुल एक हजार 55 करोड़ रुपये का राज्यांश प्रीमियम जमा कराया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि केन्द्र सरकार द्वारा 15 दिवसों में राशि प्राप्त होने के पश्चात् किसानों को शीघ्र भुगतान कर दिया जाएगा।
सुमेरपुर तहसील में 97.49 प्रतिशत खराबा दर्ज
इससे पहले कृषि मंत्री ने विधायक श्री जोराराम कुमावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि विधानसभा क्षेत्र सुमेरपुर में वर्ष 2021-22 में 1 लाख 7 हजार 334 तथा वर्ष 2022-23 में 1 लाख 41 हजार 132 फसल बीमा पॉलिसियां सृजित हुई हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत बीमा इकाई तहसील/पटवार मण्डल है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा खरीफ 2021 में सुमेरपुर तहसील में 97.49 प्रतिशत खराबा दर्ज किया गया। इसी प्रकार रानी में 93.14 प्रतिशत तथा पाली में 98.20 प्रतिशत खराबा दर्ज किया गया। खरीफ 2022 में पाली में 98.5 प्रतिशत खराबा दर्ज किया गया तथा रानी व सुमेरपुर तहसील में खराबा दर्ज नहीं किया गया है।
उपज क्षति के आधार पर ही आनुपातिक बीमा क्लेम
श्री कटारिया ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत योजना प्रावधानों में दर्ज की गई उपज क्षति के आधार पर ही आनुपातिक बीमा क्लेम दिये जाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत विधानसभा क्षेत्र में खरीफ 2021 से खरीफ 2022 तक अधिसूचित बीमा इकाई में अधिसूचित फसल में दर्ज की गई उपज क्षति के आधार पर 70 हजार 853 फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को बीमा क्लेम जारी किये गये हैं। जिसमें से 68 पॉलिसी धारक किसानों के बीमा क्लेम खाता सत्यापित ना होने के कारण लम्बित हैं। रबी 2022-23 के बीमा क्लेम की गणना राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर जारी है।
सुमेरपुर में 14 करोड, रानी में 8 करोड, पाली में 16 करोड रूपये आदान अनुदान की राशि वितरित
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत विधानसभा क्षेत्र में उक्त अवधि में 84 करोड 30 लाख रूपये के बीमा क्लेम योजना प्रावधानों में दर्ज की गई उपज क्षति के आधार पर जारी किये गये हैं। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्र में वितरित आदान अनुदान का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि खरीफ 2021 में सुमेरपुर तहसील में 21 हजार 734 किसानों को 14 करोड 9 लाख 73 हजार रूपये आदान अनुदान की राशि वितरित की गई। इसी प्रकार रानी में 14 हजार 543 किसानों को 8 करोड 19 लाख 47 हजार रूपये तथा पाली में 19 हजार 155 किसानों को 16 करोड 41 लाख 37 हजार रूपये आदान अनुदान की राशि वितरित की गई। उन्होंने बताया कि खरीफ 2022 में पाली में 5 हजार 29 किसानों को 5 करोड 29 लाख 99 हजार रूपये आदान अनुदान की राशि वितरित की गई है।