अन्न भंडारण योजना के तहत 11 सहकारी समितियों से मांगी गई सूचना

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जयपुर । डिजिटल डेस्क | 20 जून | राज्य में केंद्र सरकार की सहकार से समृद्धि के लिए चलाई जा रही, विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना में राजस्थान के सहकारिता विभाग (cooperative Department) ने जोधपुर खंड की 11 सहकारी समितियों का चयन कर, वर्ष 2023-24 में संबंधित सहकारी समितियों द्वारा किए गए कुल ऋण वितरण, अन्य व्यवसाय की कुल राशि का विवरण यथा, खाद बिक्री, बीज बिक्री, कीटनाशक बिक्री, पशु आहार बिक्री, अन्य आदि की सूचना सहित समिति प्रबंधन की कार्यक्षमता, सहकारिता एवं समिति में व्यवसाय रुचि पर टिप्पणी भी चाही हैं,
सहकारिता विभाग के पंजीयक कार्यालय (Registrar office) के संयुक्त रजिस्ट्रार (मार्केटिंग) दिनेश शर्मा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना की क्रियान्विति के लिए खण्डीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार की अध्यक्षता में समन्यव एवं पर्यवेक्षण कमेटी का गठन किया गया है। वही, जोधपुर खंड की 11 सहकारी समितियों में से जोधपुर जिले की केरु, शेरगढ़, बड़ला बासनी, आउ, पूनासर, बाड़मेर की सिणधरी, जैसलमेर की 2 पीटीएम, खेतोलाई, सिरोही की गोल, जालोर की जसवतंपुरा, पाली की घाण्डेराव सहकारी समिति को शामिल किया जाएगा ।

सवालों के घेरों में ज्यादात्तर सहकारी समितियां

जोधपुर खंड के सहकारी साख आंदोलन से जुड़े सुत्रो का कहना हैं कि निम्न ग्राम सेवा सहकारी समितियों को केंद्र सरकार की विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना में शामिल किया जा रहा हैं, उनमें से ज्यादात्तर सहकारी समितियां व्यवस्थापक पदों को लेकर सवालों के घेरों में हैं, जोधपुर जिले की शेरगढ़ ग्राम सेवा सहकारी समिति में व्यवस्थापक का पद 5 जुलाई 2008 से रिक्त हैं, तो केरु, आउ, पूनासर ग्राम सेवा सहकारी समिति में अस्थाई सहायको को व्यवस्थापक पद पर नियुक्ति दे रखी हैं, इसी तरह बाड़मेर जिले की सिणधरी में भी व्यवस्थापक का पद रिक्त हैं, वही, जालोर जिले की जसवतंपुरा सहकारी समिति मे असंतुलन की स्थिती में बताई जा रही हैं, और सिरोही जिले की नव गठित गोल सहकारी समिति को शामिल करने की कयावद हैं, जबकि इस सहकारी समिति में भी व्यवस्थापक पद की नियमों के विरुद्ध आनन-फानन में नियुक्ति की गई है।

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