सार
New Delhi : सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार आगामी बजट सत्र में गुजरात के महान सहकारिता नेता श्री त्रिभुवन दास पटेल के नाम पर त्रिभुवन नेशनल कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी की स्थापना की घोषणा करेगी, जो सभी क्षेत्रों के लिए हमें प्रोफेशनल उपलब्ध कराएगी
विस्तार
नई दिल्ली । डिजिटल डेस्क | 25 जनवरी | अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 एवं राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के कॉर्पोरेट कार्यालय का उद्घाटन कल केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई में किया हैं, उन्होने अपने संबोधन में कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने भारत में सहकारिता वर्ष मनाने के लिए 12 माह का एक कार्यक्रम तय किया है, जिसका आज उद्घाटन हो रहा है। श्री शाह ने कहा कि 31 दिसंबर 2025 को जब सहकारिता वर्ष समाप्त होगा, तब तक हमारी सहकारिता का विकास सिमेट्रिक और समावेशी होगा और हम सहकार से समृद्धि के लक्ष्य को काफी हद तक प्राप्त कर चुके होंगे। उन्होंने कहा कि नए बायलॉज़ से बनी 10 हज़ार बहुद्देश्यीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (Pacs) का प्रशिक्षण कार्यक्रम आज शुरू हो रहा है, जो एक नई शुरूआत है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि देश की हर पंचायत में एक पैक्स की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है और पैक्स की वायबिलिटी के लिए मॉडल बायलॉज़ बनाए गए जिन्हें सभी राज्यों ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि मॉडल बायलॉज़ के तहत अब पैक्स कई प्रकार की अलग-अलग नई गतिविधियां शुरू कर सकते हैं। मोदी सरकार ने 2500 करोड़ रूपए खर्च कर हर पैक्स को कंप्यूटर और सॉप्टवेयर दिए हैं और कई प्रकार की नई गतिविधियों को पैक्स के साथ जोड़ने का प्रयास किया है। इसे सफल बनाने के लिए हमें तकनीक को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि पैक्स में प्रोफेशनलिज़्म लाकर इसके माध्यम से पूरे सहकारिता क्षेत्र को मज़बूत करना होगा।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि बैंक हो या पैक्स, हमें विश्वास के साथ नई तकनीक को जानने वाले युवाओं को साथ लाना होगा, तभी हम सहकारिता को आत्मनिर्भर बना सकेंगे। इस दौरान सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे और श्री अजित पवार और सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
रैकिंग सिस्टम किया जाएगा शुरु
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में मोदी सरकार सहकारिता को आगे बढ़ाना चाहती है और इसके लिए एक रैंकिंग सिस्टम शुरू किया गया है। श्री शाह ने कहा कि 7 प्रमुख क्षेत्रों- पैक्स, डेयरी, मत्स्यपालन, अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, आवास क्रेडिट सोसायटी, क्रेडिट को-ऑपरेटिव और खादी ग्रामोद्योग, में हम रैंकिंग के साथ आगे बढ़ेंगे। इसके तहत ऑडिट, गतिविधियां, सेवाएं, वित्तीय प्रदर्शन, आधारभूत संरचना और ब्रांडिंग जैसे कई मानक तय किए हैं, जिनको मिलाकर 100 अंक रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसे विश्वसनीय बनाया जाएगा जिससे इसके आधार पर किसी भी बैंक को पैक्स को पैसा देने में दिक्कत न हो।