महिलाओं के सहकार से ही सशक्त हो रही सहकारिता की अवधारणा : राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष

सार

Udaipur : राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया के. रहाटकर सोमवार शाम उदयपुर में गोवर्धन विलास स्थित उदयपुर दुग्ध उत्पादक संघ के डेयरी प्लांट परिसर में सहकारिता में महिला, युवा व किसान की भूमिका विषयक व्याख्यान कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि सहकारिता के विचार ने आजादी के आंदोलन में किसानों को संगठित किया

विस्तार

उदयपुर, 13 जनवरी। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया के. रहाटकर ने कहा कि सहकारिता एक विचार से आंदोलन, क्रांति का सफर तय करते हुए सशक्तता का पर्याय बन चुका है। इसमें महिलाओं की सहभागिता महत्वपूर्ण है। महिलाओं के सहकार से ही सहकारिता की अवधारणा सशक्त हुई है। श्रीमती रहाटकर सोमवार शाम उदयपुर में गोवर्धन विलास स्थित उदयपुर दुग्ध उत्पादक संघ के डेयरी प्लांट परिसर में सहकारिता में महिला, युवा व किसान की भूमिका विषयक व्याख्यान कार्यक्रम में  बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि सहकारिता के विचार ने आजादी के आंदोलन में किसानों को संगठित किया। इसके पश्चात यह विचार आंदोलन और क्रांति के रूप में परिणित हुआ। वर्तमान में यह एक सशक्त आधार बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2025 को सहकारिता वर्ष घोषित किया है, इससे सहकारिता के महत्व को समझा जा सकता है। सरकार ने सहकार की भावना को बल देने के लिए पृथक से सहकारिता मंत्रालय स्थापित किया। सहकारी समितियों को सशक्त बनाने के लिए उन्हें बहुउद्देश्यीय समिति बनाया गया। सहकारी समितियां सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ कर किसानों, पशुपालकों के हित में कई काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित राष्ट्र के संकल्प को साकार करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। इसमें सहकारिता की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण है।

वर्तमान में देश में हर 5वां व्यक्ति सहकारी समिति से जुड़ा हुआ है। सहकारी बैंकों के प्रति आमजन का विश्वास बढ़ा है। यही वजह है कि आज सहकारी बैंकों में जमा राशि 12 हजार करोड़ से अधिक है। श्रीमती रहाटकर ने कहा कि सहकारिता में महिलाएं भी अग्रणी हैं। दुग्ध व्यवसाय, पशुपालन, मधुमक्खी पालन  सहित ऐसे कई कार्य हैं जो महिलाएं संभालती हैं। उन्होंने देश भर में महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे बड़े कामों का उदाहरण देते हुए राजस्थान में भी इसे प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में समाजसेवी रवीन्द्र श्रीमाली, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, प्रमोद सामर, पारस सिंघवी, तखतसिंह शक्तावत, किरण जैन, डेयरी अध्यक्ष डालचंद डांगी, डेयरी प्रबंधक विपिन शर्मा समेत गणमान्य अतिथि एवं प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

आमजन की सहकारिता में महत्ती भागीदारी

व्याख्यान कार्यक्रम में  सहकारिता राज्य मंत्री श्री गौतम दक ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की मंशा देश में सहकार से समृद्धि लाने की है। आमजन की सहकारिता में भागीदारी महत्ती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी ने महिलाओं की भागीदारी सहकारिता क्षेत्र में बढ़ाने हेतु प्रभावी एवं स्वागत योग्य कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि देश के किसानों को समृद्ध करने के हर संभव प्रयास प्रधानमंत्री जी द्वारा किए जा रहे हैं, साथ ही प्रदेश सरकार ने भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कृषक वर्ग को सशक्त करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों में अनियमितताओं को रोकने और पीड़ित को न्याय दिलाने के हर संभव प्रयास विभाग स्तर पर किए जा रहे हैं। श्री दक ने बताया कि नवीन कोऑपरेटिव कोड में विपक्षी दलों के नेताओं समेत तमात हितधारकों के सुझाव लिए गए हैं। व्याख्यान कार्यक्रम को उदयपुर लोकसभा सांसद डॉ मन्नालाल रावत एवं ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने भी संबोधित किया।

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