किसी भी संस्थान के अनवरत रुप से सफल संचालन के लिए आवश्यक हैं, उसकी आय का नियमित स्रोत और इसके लिए आवश्यक हैं कुशल वित्तीय प्रबंधन । इस सहकारी समिति ने अपनी स्थापना से लेकर आज तक लगातार मुनाफा कमाकर अपनी सुदृढ़ प्रबंध व्यवस्था को साबित किया हैं

उदयपुर । 14 जून | (प्रकाश वैष्णव) | गांव-गांव में फैली वृहत कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समितियां प्रदेश के विकास का नया अध्याय लिख रही हैं । यह समितियां ना केवल किसानों और पशुपालकों के जीवन को नई दिशा दे रही हैं, बल्कि गांवों में आवश्यक सुविधा की पूर्ति में अपना योगदान दे रही हैं । सलूम्बर जिले की मालपुर वृहत कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने इस दिशा में दो कदम आगे बढ़ाते हुए सहकारिता क्षेत्र में व्यवसाय विविधिकरण की मिशाल कायम की हैं । वर्ष 2014 से स्थापित हुई मालपुर वृहत कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने आज क्षेत्र के विकास का नया आयाम दिया हैं । यह समिति वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र सहित अन्य कई सेवाएं संचालित कर रही हैं । जिनसे बड़ी संख्या में आमजन और किसान लाभांवित हो रहें हैं, यह समिति अपने प्राथमिक कार्य जीरो फिसदी पर ऋण, उत्तम किश्म के खाद-बीज एवं किटनाशक तथा उपभोक्ता को उच्च गुणवत्ता वस्तुएं उपलब्ध कराने का दायित्व निर्वहन कर रही हैं ।

आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता वित्तीय समावेशन को पूरी तरह साकार करने की ओर अग्रसर यह समिति मिनी सहकारी बैंक का कार्य भी संपादित कर रही हैं । जिसने बहुत कम सालों में ग्रामीणों का विश्वास जीता हैं, वर्तमान में इस समिति की ओर से संचालित मिनी सहकारी बैंक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान टर्नओवर 36 लाख रुपए रहा हैं, जो इसके मिनी बैंक की कार्यकुशलता की परिचायक हैं, इतना ही नहीं, समिति प्रति वर्ष करीब 2 करोड़ रुपए का “ब्याज मुक्त योजना” के तहत ऋण वितरण का कार्य भी करती हैं । समिति के व्यवस्थापक नारायण लाल पटेल ने बताया कि मिनी बैंक में 4957 बचत खाते संचालित हैं ।

उल्लेखनीय हैं कि मालपुर वृहत कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने अपना दायरा बढ़ाते हुए व्यवसाय विविधिकरण को प्रोत्साहन देकर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी बखूबी किया हैं । समिति द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उपभोक्ताओं को राशन सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही हैं, इतना ही नहीं समिति द्वारा तीन उचित मूल्य की दूकानों का संचालन भी किया जा रहा हैं । इसके अलावा समिति द्वारा प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र के जरिए समस्त प्रकार की खाद-बीज एवं किटनाशक भी यथोचित मुहैया कराएं जा रहें हैं । जिनमें बुवाई के समय किसानों को डीएपी, यूरिया, संगल सुपर फास्फेट, एनपीके आदि प्रकार की खाद अपने समिति मुख्यालय पर सहज रुप से प्राप्त हो जाती हैं । इसी को ध्यान में रखते हुए समिति ने भण्डार व्यवस्था पर भी काफी जोर दिया हैं । आज यहां पैक्स एज.एम.एससी. योजनान्तर्गत 500 मै. टन क्षमता का गोदाम बना हुआ हैं, साथ ही कार्यालय भवन और तीन दुकान भी मौजूद हैं ।

सफल संचालन के पीछे यह हैं राज
जनजाति बाहुल्य क्षेत्र की मालपुर वृहत कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति ने संचालक मण्डल सदस्यों एवं समिति अध्यक्ष एवं व्यवस्थापक के संयुक्त प्रयासों, सहकारिता अधिकारियों के मार्गदर्शन और कुछ नया करने की ललक के कारण से मालपुर सहकारी समिति ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई हैं, एक ही परिसर में बहुआयामी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा हैं । समिति जिले की क्रेफिकार्ड (CRAFICARD) योजनान्तर्गत चयनित हैं । इस सहकारी समिति ने केंद्र सरकार की पैक्स को डिजीटल और पारदर्शी बनाने की पैक्स कंप्यूटराईजेशन परियोजना के कार्य को भी जिले में अग्रणी रुप से पूर्ण किया हैं, वर्तमान में समिति का अधिकतर कार्य ऑनलाइन ही किया जाता हैं ।