यह भी कार्य कुशलता का प्रमाण है गहन चिन्तन मनन का विषय है, जिला कलक्टर जांच करे !

जालोर 27 अगस्त 2021 । सरकार ग्रामीणों को अपने गांव में ही फसली ऋण व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए नई जीएसएस गठन करने के लिए अभियान चलाकर प्रदेश में अगले 4 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से दो हज़ार नई ग्राम सेवा सहकारी समितियों (जीएसएस) का गठन करने जा रहीं है।
वही, 20 मार्च 2020 को जालोर जिले के चितलवाना पंचायत समिति मे एक साल अधिक समय से जोधावास पैक्स की स्वीकृति प्राप्त होने के बाद से किसानों एवं ग्रामीणों को अल्पकालीन फसली ऋण की सुविधा उपलब्ध करवानें में केन्द्रीय सहकारी बैंक जालोर प्रबन्धन विफल रहा हैं । वहीं, जोधावास पैक्स के बाद बनीं मेड़ा जागीर,दांतिया, नोसरा, सहकारी समितियों में अल्पकालीन फसली ऋण वितरण कर जोधावास के ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार बैंक द्वारा किया जा रहा है। जोधावास के किसानों को आज भी फसली ऋण के लिए निम्बाऊ जीएसएस पर जाना पड़ रहा है। वहीं, नवगठित जोधावास पैक्स को राज्य सरकार द्वारा आंवटन किए गोदाम का निर्माण तो करवाया जा रहा हैं लेकिन फसली ऋण उपलब्ध करवानें में कौन-सा नियम आड़े आ रहा है? जो जांच का विषय है।

जोधावास के बाद बनीं समितियों में ऋण वितरण एक नजर

समिति का नाम–गठन की दिनांक–ऋण वितरण
नोसरा——-9 दिसम्बर 2020—7 लाख
दांतिया——19 जनवरी 2021—00
मेड़ा जागीर—-19 जनवरी 2021—27 लाख

 

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