योग, ध्यान, प्राणायाम व संगीत थैरेपी भी बनी मददगार
जालोर 15 मई। लेटा के कोविड डेडीकेटेड अस्पताल में लगभग 78 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीज कोरोना को हराकर स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। जालोर शहर स्थित सार्वजनिक चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर जिला प्रशासन द्वारा 22 अप्रेल को लेटा के कोविड डेडीकेटेड अस्पताल को शुरू किया था। जिसमें आज शनिवार तक कुल 235 भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों में से 181 मरीज बेहतर प्रबंधन एवं चिकित्सा से कोरोना को हराकर स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। बीसीएमओ भजनाराम विश्नोई ने बताया कि मरीजों के स्वास्थ्य को देखते हुए यहां तीन तरह के वार्ड बनाये गए है। प्रथम वार्ड में गंभीर मरीज जिन्हें ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है उन्हें ऑक्सीजन सिलेण्डर पर भर्ती किया जाता है। दूसरे वार्ड में जिन्हें कम ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है उन्हें ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर पर ऑक्सीजन देकर भर्ती किया जाता है। तीसरे वार्ड में कोरोना संक्रमित मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट से हटाकर ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है।मरीजों के लिए यहां प्रातः योगा, ध्यान एवं प्राणायाम करवाये जाते हैं। कोरोना संक्रमित मरीजो को भामाशाह द्वारा प्रतिदिन गर्म हल्दी का दूध एवं आयुर्वेद विभाग द्वारा काढ़ा का वितरण किया जाता है। लेटा के कोरोना डेडीकेटेड अस्पताल में शुद्ध खुले वातावरण एवं कार्यरत मेडीकल टीम द्वारा मरीजों की हौसला अफजाई कर मानसिक संबल दिया जाता है जिससे मरीज जल्द से जल्द से स्वस्थ हो सकें। अस्पताल में सुबह शाम भक्तिमय संगीत से म्यूजिक थेरेपी भी दी जाती है। अस्पताल में विगत 23 दिनों में केवल 12 मौते हुई है जिसमें अधिकतर वृद्धजन थे जिनकी आयु 75 वर्ष से अधिक होने के साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। शनिवार तक अस्पताल में कुल 44 मरीज भर्ती है इनमें से 22 ऑक्सीजन सिलेण्डर पर और 18 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीन पर है। उन्होंने बताया कि अस्पताल से 12 मई को 12, 13 मई को 4, 14 मई को 13 तथा 15 मई को 3 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।