बाड़मेर, 9 फरवरी। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 8 से 12 फरवरी तक चलाये जा रहे वितीय साक्षरता सप्ताह के तहत बाड़मेर लीड बैंक की और से आटी व मारूड़ी गांवों में दिशा एनजीओ द्वारा संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों पर वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान अग्रणी बैंक के मुख्य प्रबन्धक राजकुमार ने वितीय साक्षरता कार्यक्रम के तहत भारतीय रिजर्व बैंक की और से जारी तीन पोस्टरों होशियार बने, समझदार बने एवं जिम्मेदार बने के जरिये वितीय साक्षरता के बारे में समझाया। उन्होनें बैंक ऋण को समय पर चुकाने पर सिबिल स्कोर की महता एव उस पर लगने वाली ब्याज दर में रियायत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक से पंजीकृत संस्थाओं से जुडने के फायदे बताये। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक दिनेश प्रजापत ने ऋण समय पर चुकाने के फायदे बताये। भारतीय स्टेट बैंक आरसेटी के निदेशक ब्रजेश कुमार ने बैंक ऋण से प्राप्त राशि के उपयोग के संबंध में जानकारी दी। प्रत्येक शिविर में करीब 30-30 महिलाएं उपस्थित रही। इसके अलावा दिशा के प्रतिनिधि एवं भारतीय स्टेट बैंक के आरसेटी कार्यक्रम समन्यक गौतम पन्नू उपस्थित रहे।