रेतीले बवण्डर और बारिश से 853 पोल टूटे, 35 लाख रूपए का हुआ नुकसान

132 केवी लाईन के दो टाॅवर भी गिरे, 132 केवी जीएसएस कानोड़ व उण्डू बंद 951 से अधिक गांव की विद्युत आपूर्ति हुई बाधित

बाड़मेर, 03 जून। बुधवार की रात को बाड़मेर जिले के आए रेतीले बवण्डर, तेज आंधी व बारिश के कारण डिस्काॅम को भारी नुकसान पहुंचा है। इस आंधी-तुफान से गिरे विद्युत पोल के कारण करीब 951 गांवों की विद्युत आपूर्ति बंद हो गई जबकि करीब 35 लाख रूपए के विद्युत पोल एवं ट्रांसफाॅर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस आंधी तुफान में 853 विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 132 केवी के दो टाॅवर भी क्षतिग्रस्त हो गए। इन क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए डिस्काॅम की टीमे युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं।
यह जानकारी देते हुए अधीक्षण अभियंता बाड़मेर श्री अजय माथुर ने बताया कि बुधवार रात को आई तुफानी बारिश व तेज हवा के कारण लगभग पूरे जिले में बिजली के तार, पोल व ट्रांसफाॅर्मर टूट गए। इसमें 33 केवी के 23, 11 केवी के 552 पोल, एलटी के 278 पोल टूट गए, 20 ट्रांसफाॅर्मर एवं अन्य विद्युत सामग्री भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस रेतीले तुफान व बारिश के कारण 33/11 केवी क्षमता के 50 जीएसएस बंद हो गए, जिसे पुनः चालू कर दिया गया। वहीं 33 केवी के 25 फीडर एवं 11 केवी के 339 फीडरों की विद्युत आपूर्ति बाधित हुई जिससे जिले के करीब 951 से अधिक गांवों की विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। इसके बाद गुरूवार को विद्युत आपूर्ति को सुचारू करने का कार्य शुरू किया गया। जहां गुरूवार शाम तक 951 में से 650 गांवों की विद्युत आपूर्ति को सुचारू कर दिया गया जबकि शेष की विद्युत आपूर्ति चालू करने के लिए टीमें कार्य कर रही हैं।

132 केवी लाईन के दो टाॅवर गिरेः

अधीक्षण अभियंता बाड़मेर श्री अजय माथुर ने बताया कि 2 जून को आई आंधी, तुफान व बारिश के कारण 132 केवी लाईन शिव-उण्डू-कानोड़ लाईन के दो टाॅवर कानासर गांव के पास गिर गए। इसके कारण इससे जुड़े 132 केवी जीएसएस उण्डू व कानोड़ बंद हो गए। इन पर 33/11 केवी के 21 सब स्टेशन बंद हो गए, जिससे बायतु, गिड़ा व भियाड़ के 50 से अधिक ग्राम पंचायतों, 2 तहसीलों सहित जलदाय विभाग की 47 पेयजल योजनाओं की भी विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी। इसके बाद डिस्काॅम की टीमों ने बैक अप सप्लाई लेकर करीब 21 सब स्टेशन को चालू कर दिया गया, वहीं उपरोक्त से जुड़े उपभोक्ताओं को सिंगल फेज आपूर्ति की जा रही हैं। साथ ही उक्त टाॅवर को बदलने के लिए प्रसारण निगम के अधिकारियों को लिखा गया हैं।

error: Content is protected !!