- ग्राम सेवा सहकारी समिति पर व्यवस्थापक कर सकेंगे ऋण वितरण
- 94 हजार 309 किसानों को मिलेगा खरीफ फसली ऋण
जालोर 4 जून . सरकार की कर्ज माफी योजना के बाद किसानों के लिए फसली ऋण आफत बना हुआ है। वर्ष 2018 में ऋण माफी का फायदा उठाने के बाद भी ओवरड्यू रह गए किसानों को अभी तक लोन नहीं मिल पा रहा हैं। जालोर जिले में ऐसे 38 हजार ओवरड्यू किसान हैं जिन्हें, पिछले तीन सालों से ऋण नहीं मिल रहा है। साथ ही इस साल खरीफ फसली ऋण के लिए 320 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया है। सरकार ने दी जालोर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अधीन संचालित ग्राम सेवा सहकारी समितियों के तहत किसानों को फसली ऋण के लिए 320 करोड़ का लक्ष्य देते हुए गाइडलाइन जारी कर दी है।
जालोर जिले में गत साल के लिए 88 हजार 56 किसानों ने आवेदन किए थे, जबकि सहकारी समितियां 77 हजार 785 किसानों को 201 करोड़ रूपये का लोन वितरण कर पाई थी। ऐसी स्थिति में 11 हजार किसान फसली ऋण से वंचित रह गए थे। अब सहकारी समिति का दावा है कि गत साल के पंजीयन अनुसार सभी किसानों को लोन मिलेगा। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
2018 के ओवरड्यू पर संकट
वर्ष -2018 में पूर्ववर्ती व वर्तमान सरकार ने लगातार ऋण माफी की घोषणाएं कर किसानों को उलझा दिया। चुनावी साल के बाद से फसली ऋण वितरण योजना पटरी पर नहीं आ पाई है। अब तीन साल बाद भी चुनावी साल में वंचित रहे 38 हजार ओवरड्यू किसानों को ऋण नहीं मिल पा रहा हैं।
फेक्ट फाइल
94 हजार 309 ऋणी किसान
168 ग्राम सेवा सहकारी समितियां है जिले में
320 करोड़ का इस साल ऋण वितरण का लक्ष्य
201 करोड गत साल हुआ था ऋण वितरण