सिरोही । डिजिटल डेस्क | 28 फरवरी | केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार भले ही तमाम कामों की गारंटी ले रही हो लेकिन केन्द्रीय सहकारी बैंक (CCB) सिरोही में योजनाओं की इस बार कोई गारंटी नहीं है। यहां सहकारिता विभाग (Cooperative Department) के दो बड़े कार्यालयों के साथ-साथ केन्द्रीय सहकारी बैंक बिना उच्च अधिकारियों के चल रहीं है। सहकारिता विभाग की ओर शायद सरकार का ध्यान नहीं है। यही कारण है कि सिरोही केन्द्रीय सहकारी बैंक में अधिकारियों की तैनाती नहीं की गई, जबकि अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट सरकार की ओर से जारी कर दी गई।
केन्द्रीय सहकारी बैंक में नहीं है ‘MD और EO’
केन्द्रीय सहकारी बैंक में प्रबंध निदेशक का पद पिछले तीन साल से अतिरिक्त कार्यभार के सहारे चल रहा है। इसका अतिरिक्त कार्यभार नारायणसिंह उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां सिरोही के पास था, परन्तु नारायणसिंह उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां सिरोही का तबादला सचिव प्राथमिक भूमि विकास बैंक जालोर कर दिया है। वही, तबादला होने के बावजुद नारायणसिंह द्वारा सिरोही केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही, सिरोही केन्द्रीय सहकारी बैंक में अधिशासी अधिकारी का पद तो पिछले चार साल से खाली चल रहा है। इसका भी अतिरिक्त कार्यभार केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक यानि उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां सिरोही को दिया था। उप रजिस्ट्रार का तबादला होने से यह तीनों पद स्वतः ही रिक्त हो गए है। वही, इस मामले में जिले के सहकारी साख आंदोलन से जुड़े सुत्रो का कहना हैं कि केंद्र सरकार की ओर से पैक्स कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है। राज्य सरकार और नाबार्ड की ओर से कई प्रकार की योजनाओं का क्रियावन्यन बैंक के माध्यम से करवाया जा रहा है। लेकिन अब तक कोई तैयारी सामने नहीं आई है। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता कभी भी लग सकती है। ऐसे में तबादलों पर रोक लग जाएगी और पूरे चुनाव के दौरान जिले में उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां सिरोही, विशेष लेखा परीक्षक सहकारी समितियां सिरोही सहित केन्द्रीय सहकारी बैंक में एमडी व ईओं के पद अगले चार व पांच माह के लिए रिक्त रह जाएंगे।