सिरोही, 8 अगस्त। जिले की प्रभारी सचिव श्रीमति पूनम द्वारा जल संसाधन विभाग के अधीन पिण्डवाडा तहसील में स्थित जिले के सबसे बड़े पश्चिम बनास बांध का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पश्चिम बनास बांध के अधीशाषी अभियन्ता राज भंवरायत ने बताया कि यह बांध पश्चिम बनास नदी पर वर्ष 1958 में स्वीकृत हुआ तथा बांध का निर्माण कार्य वर्ष 1963 में पूर्ण हुआ। बांध की कुल भराव क्षमता 1380.00 मि.घ.फु है, जिसमें 100.00 मि.घ.फु डेड स्टोरेज है बांध की कुल उपयोगी भराव क्षमता 1280.00 मि.घ.फु हैं। बांध से 2 मुख्य नहर दायी मुख्य नहर और बायी मुख्य नहर एवं 5 माइनर नहरों द्वारा 3 तहसील पिण्डवाडा, आबूरोड एवं देलदर में 36 गांवों के 7956 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवायी जाती है, जिससे लगभग 9 हजार कृषक लाभान्वित होते है। इस वर्ष मानसून में वर्षा जिले की औसत बारिश से कम हुई हैं जिससे वर्तमान में बांध का गेज 7.60 फिट हैं एवं बांध में 271.79 मि.घ.फु पानी ही उपलब्ध है।
प्रभारी सचिव द्वारा बांध की पाल, नहरों के स्लूज गेटों एवंओवरफ्लो का निरीक्षण किया गया तथा उपस्थित स्टाफ को मानसून में मुस्तैद रहने के निर्देश दिये। मौके पर जिला कलेक्टर शुभम चैधरी, उपखंड अधिकारी आबूपर्वत गौरव रविन्द्र सांलुखे, जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता नन्द किशोर भंगा एवं तहसीलदार मोहनलाल उपस्थित रहे।