केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने 200 पैक्स प्रतिनिधियों से किया संवाद

सार 

New Delhi : केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि PACS के सुदृढ़ होने से ग्रामीण समुदाय सशक्‍त होंगे और समावेशी विकास की भारतीय परिकल्‍पना साकार होगी । गणतंत्र दिवस परेड के लिए PACS प्रतिनिधियों को दिया गया निमंत्रण ग्रामीण विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। 

विस्तार 

नई दिल्ली | 26 जनवरी | 76वें गणतंत्र दिवस पर विशेष अतिथि के तौर पर देश के 13 राज्यों से आए 100 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के 200 से ज्यादा प्रतिनिधियों से नई दिल्ली में केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने संवाद किया। इस अवसर पर सहकारिता सचिव श्री आशीष कुमार भूटानी सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में PACS प्रतिनिधियों को विशेष अतिथि के तौर पर निमंत्रित करना ग्रामीण विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है और साथ ही यह PACS को न केवल वित्तीय गतिविधियों बल्कि सामुदायिक कल्याण का केंद्र भी बनाएगा।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में सहकारिता मंत्रालय सहकारी समितियों को बहु-उद्देशीय संस्थानों के रूप में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सरकार अन्‍य हितधारकों जैसे नाबार्ड, राज्‍य सरकार और सहकारी बैंकों के साथ मिलकर PACS को सहकार से समृद्धि की परिकल्‍पना को यथार्थ में साकार करने के लिए सशक्‍त कर रहा है । यह पहल ‘प्राथमिक कृषि ऋण समितियों के कंप्‍यूटरीकरण’ की केंद्रीय प्रायोजित परियोजना का हिस्‍सा है जिसका लक्ष्‍य देश भर में पैक्‍स की पारदर्शिता, कार्यकुशलता और लाभप्रदता में वृद्धि करना है ।

इस परियोजना द्वारा 67,930 PACS के कंप्‍यूटरीकरण का लक्ष्य है जिससे तीव्र ऋण संवितरण, प्रत्‍यक्ष लाभ अंतरण और उन्‍नत बैंकिंग सेवाओं जैसी वित्तीय सेवाओं की पहुंच में सुधार के साथ-साथ अन्‍न भंडारण, कॉमन सेवा केंद्रों और जन औषधि केंद्रों जैसे गैर-वित्तीय सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी । कार्यक्रम में गुजरात, महाराष्‍ट्र, राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, हिमाचल प्रदेश और जम्‍मू कश्‍मीर से आए प्रतिनिधि शामिल हुए। इन राज्‍यों के PACS कंप्‍यूटरीकरण का काम प्रभावी ढंग से जारी है और उनके संबंधित पैक्‍स कर्मी डिजिटलीकरण का लाभ उठा रहे हैं।

PACS का डिजिटलीकरण ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम

PACS का डिजिटलीकरण ग्रामीण भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम, इससे वित्तीय सेवाओं की पहुंच में सुधार हुआ और पारदर्शिता तथा कार्यकुशलता को बढ़ावा मिला है । PACS के सुदृढ़ होने से ग्रामीण समुदाय सशक्‍त होंगे और समावेशी विकास की भारतीय परिकल्‍पना साकार होगी । गणतंत्र दिवस परेड के लिए PACS प्रतिनिधियों को दिया गया निमंत्रण ग्रामीण विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। 

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