जोधपुर, 5 जुलाई । फलोदी क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड की नवनिर्वाचित अध्यक्षा एवं औसियां विधायक श्रीमती दिव्या मदेरणा की अध्यक्षता मे जोधपुर सैन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की 56 वीं वार्षिक आमसभा सम्पन्न हुई। उन्होंने आमसभा मे उपस्थित नवनिर्वाचित सहकारी समितियों के अध्यक्षों का स्वागत करते हुए बैंक का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। आमसभा के अध्यक्षीय सम्बोधन मे उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा वर्ष 2022-23 में 9 करोड़ 10 लाख रूपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया है और सांविधिक अंकेक्षक द्वारा बैंक को ‘अ’ श्रेणी मे वर्गीकृत किया है। बैंक द्वारा जोधपुर जिले के 1 लाख से अधिक किसानों को 787.78 करोड़ के ऋण वितरित किये गये है। वित्तीय वर्ष मे बैंक का सीआरएआर 21.24 प्रतिशत रहा जो बैंक की आर्थिक सुदृढता को इंगित करता है। बैंक द्वारा की गई प्रगति के फलस्वरूप स्वयं कोषों का स्तर 141 करोड़ हो गया है।
बैंक के प्रबन्ध निदेशक श्री सुरेन्द्रसिंह राठौड़ ने गत बैठक दिनांक 15 नवंबर, 2022 की कार्यवाही विवरण से अवगत कराया तथा वर्ष 2022-23 के वार्षिक आय-व्यय लेखे, प्रस्तावित बजट एवं सांविधिक अंकेक्षण रिपोर्ट की आक्षेप पूर्ति को अनुमोदनार्थ प्रस्तुत किया। जिसका आमसभा द्वारा सर्वसम्मति से पुष्टि करते हुए वर्ष 2022-23 के आय-व्यय की पुष्टि एवं वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित बजट की स्वीकृति प्रदान की गई। वर्ष 2023-24 के लिए 1628.95 करोड़ की अधिकतम ऋण साख सीमा स्वीकृति के साथ सदस्य सहकारी समितियों को 4 प्रतिशत लाभांश वितरण करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। सहकारी अधिनियम, नियम एवं बैंक के उपनियमानुसार निर्याेग्य सहकारी समितियों की सदस्यता समाप्ति पर विचार किया गया एवं सर्वसम्मति से सदस्यता निष्कासन का निर्णय लिया गया। आमसभा में बैंक की सदस्य ग्राम सेवा सहकारी समितियों, अल्प बचत महिला सहकारी समितियो, क्रय-विक्रय सहकारी समितियों एवं अन्य सदस्य सहकारी समितियों के अध्यक्षों ने भाग लिया।
जिले में 29 कस्टम हायरिंग सेन्टरों की स्थापना
बैठक में राजस्थान सरकार की बजट घोषणा अन्तर्गत कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना के लिए 15 ग्राम सेवा सहकारी समितियों द्वारा क्रय किये गये कृषि यंत्रों यथा- ट्रेक्टर, रोटावेटर का वितरण भी किया गया। प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि अब तक जोधपुर जिले में ग्राम सेवा सहकारी समितियों के अन्तर्गत 29 कस्टम हायरिंग सेन्टरों की स्थापना की गई है, जिससे कृषकों को सस्ती दरों पर किराये के कृषि यंत्र उपलब्ध करवाये जा रहे है। प्रबन्ध निदेशक द्वारा राज्य सरकार की बजट घोषणान्तर्गत महत्वाकांक्षी योजनाऐं, खेत पर आवास ऋण एवं राजस्थान ग्रामीण आजीविका ऋण योजना की भी जानकारी उपलब्ध करवाई गई एवं सदस्यों को अधिकाधिक कृषकों को योजना से लाभान्वित किये जाने का आह्वान किया गया।