जालोर 20 अगस्त 2021. जालोर जिले मे स्थित उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां कार्यालय में लगे निरीक्षकों का जिले के प्रति जबरदस्त क्रेज व मोह है। सरकारों के बदलने व प्रमोशन होने के बावजूद जिले में ज्यादातर निरीक्षक 10 साल से भी ज्यादा समय से जमे हुए हैं। कई निरीक्षकों ने तो अपनी नौकरी का 70 फीसदी समय ही जिले के एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में तबादला करवा कर निकाल दिया।
विभाग में स्पष्ट तबादला नीति नहीं होने का निरीक्षक जमकर फायदा उठा रहे हैं। सहकारिता विभाग में पिछले दिनों से तबादलों का सीजन चल रहा है। इसके बावजूद जालोर जिले में सालों से जमे सहकारिता निरीक्षकों में बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि विभाग के आला अफसर व राजनैतिक संरक्षण के कारण हर बार जिले में स्टाफ किल्लत का बहाना कर निरीक्षकों का तबादला नहीं किया जाता है। वही सहकारिता विभाग के संयुक्त शासन सचिव नारायणसिंह ने इस बारे में कोई जबाव नहीं दिया तथा विभाग के सहकारिता पंजीयक का कहना है कि हम तो सरकार के निर्देशानुसार काम करते हैं।
मोह नहीं छूटा
सुमेरसिंह ने उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां जालोर कार्यालय में निरीक्षक पद की ज्यादातर नौकरी की हैं। जिले की रामदेव क्रय-विक्रय सहकारी समिति से विशेष लगाव रहा। पिछले समय में उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां अजमेर स्थानान्तरण होने के बाद भीलवाड़ा जिले में स्थानान्तरणधीन निरीक्षक सुमेरसिंह का 13 अगस्त को रजिस्ट्रार सहकारी समितियां राजस्थान ने जनहित में तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरण/पदस्थापन जालोर कर दिया हैं।