राजस्थान बैंक कर्मी महिला परिषद का जयपुर जिला सम्मेलन संपन्न

सार

Jaipur : आज राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन की महिला परिषद द्वारा सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें व्यावसायिक, ग्रामीण एवं सहकारी बैंकों से बड़ी संख्या में 170 महिला बैंक कर्मियों ने भाग लिया,

विस्तार

जयपुर । डिजिटल डेस्क । 22 दिसम्बर । राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन (RPBEU) की महिला परिषद द्वारा आज जयपुर स्थित तारक भवन में परिषद की महिला पदाधिकारी एवं जयपुर जिले की विभिन्न बैंकों की महिला सदस्यों की परिषद अध्यक्ष शिखा बंसल की अध्यक्षता एवं NFIW संरक्षक सुनीता चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में सम्मेलन आयोजित हुआ । इस दौरान राजस्थान उच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. दीपमाला मुख्य वक्ता रही । उन्होने भारतीय संविधान में मानव अधिकारों और महिलाओं के अधिकारों पर विस्तार से कानूनी पहलुओं पर चर्चा कर महिलाओं को उनके मूल अधिकारों और कर्तव्यों से अवगत कराया। साथ ही बैंक कर्मी या घरेलू सभी महिलाओं को जागरूक होने की जरुरत बताई ।

महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुनीता चतुर्वेदी ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा कर महिला नेताओं द्वारा विभिन्न आंदोलनों में किए गए संघर्षों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। इसी कड़ी में बैंक कर्मी महिला परिषद की संयोजिका दिव्या तंवर ने बताया कि महिला सम्मेलन में व्यावसायिक, ग्रामीण व सहकारी बैंकों से बड़ी संख्या में 170 महिला बैंक कर्मियों ने भाग लिया।

सभी बैंक शाखाओ से उपस्थित हुई महिला बैंक कर्मियों ने अपने विचार व्यक्त कर महिला सेवा सुरक्षा एवं महिला अधिकारों के लिए एकजुटता का आह्वान किया। हाल ही में विभिन्न बैंक शाखाओ में ग्राहकों द्वारा महिला कर्मियों के साथ हुए दुर्व्यवहार व हमलों की निंदा की गई । इस दौरान राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के चेयरमैन आर. जी. शर्मा मौजूद रहें । वही महिला परिषद के सम्मेलन का संचालन मेघा मलिक जीसी सदस्य, AIBEU और उपसंयोजिका, RPBEU महिला परिषद ने किया। इसके अलावा सम्मेलन में महिला बैंक कर्मी परिषद की ‘‘बाईसा-राज’’ नामक ई-पत्रिका का प्रथम संस्करण का विमोचन किया गया ।

निजीकरण के मंडरा रहे खतरे से किया आगाह

महिला परिषद सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के उप महासचिव सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने महिला बैंक कर्मियों को श्रम कानून में हो रहे परिवर्तन से सेवा शर्तों एवं सेवा सुरक्षा पर हमलों से सावधान करते हुए कहा कि इस परिवर्तन से महिला बैंक कर्मी अछूती नहीं रहेगी । साथ ही उन्होने निजीकरण के मंडरा रहे खतरे से आगाह कर यूनियन गतिविधियों में अधिकाधिक भागीदारी करने एवं संगठित होने का आह्वान किया, आमेरा ने महिला साथियों को AIBEU संगठन के दर्शन, विजन एवं महिला जागरूकता व सुरक्षा के लिए यूनियन को बीमा पॉलिसी बताया । उन्होंने यूनियन की गतिविधियों से अवगत करवाते हुए AIBEU के साथ अधिक से अधिक महिला को संगठित व सक्रिय करने का आह्वान किया ।

एकजुट एवं जागरुक होने का आह्वान

सम्मेलन में RPBEU सचिव महेश शर्मा, केनरा बैंक यूनियन क्षेत्रीय सचिव रविदीप चतुर्वेदी, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सचिव सूरज प्रकाश ने भी संबोधित करते हुए महिला बैंककर्मियों को एकजुट व जागरूक होने के लिए आह्वान करते हुए समस्त बैंक कर्मी महिला को यूनियन के आंदोलन कार्यक्रमों एवं बैठकों की गतिविधियों में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने की जरूरत बताई । वही सभी महिला प्रतिभागियों ने हाल ही में देश के विभिन्न प्रांतों में शाखाओ में बैंक कर्मियों पर हुए हमलों की निंदा करते हुए ग्राहक द्वारा दुर्व्यवहार पर क़ानूनी कार्यवाही, ग्राहक से सुरक्षा व सम्मान की मांग की गई । साथ ही बैंकों में पर्याप्त स्टाफ भर्ती करने, बैंकों के निजीकरण का विरोध करने, पाँच दिन का कार्य सप्ताह लागू करने, सभी बैंकों में महिला हक के लिए सर्वोच्च न्यायालय की गाइड लाइन लागू करने, महिला कर्मियों के लिए चाइल्ड केयर लिव विशेष अवकाश सुविधा लागू करने, महिला कर्मियों को स्थानांतरण में मानवीय व सामाजिक पक्ष रखने आदि मुद्दों पर प्रस्ताव पारित कर सरकार व बैंक प्रबंधन से मांग की गई । वही सर्वसम्मति से महिला कर्मियों के सभी जिलो में नियमित सम्मेलन आयोजित कर महिला अधिकारों के लिए एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया गया ।

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