सार
Jaipur : 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में जीर्ण-शीर्ण गोदामों के पुर्ननिर्माण और 2 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में विश्व की सबसे बडी अन्न भण्डारण योजना के तहत 500 मेट्रिक टन क्षमता के गोदाम निर्माण के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी

विस्तार
जयपुर । डिजिटल डेस्क | 9 दिसम्बर | प्रदेश की 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियों (Pacs-Lamps) के जीर्ण-शीर्ण गोदामों के पुर्ननिर्माण के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई हैं, यह स्वीकृति सहकारिता विभाग पंजीयक (Registrar) की ओर से जारी हुई हैं, जिसके मुताबिक पाली की तख्तगढ, बीकानेर की बम्बलू, जोधपुर की धून्धाडा, सरेचा, अलवर की अकबरपुर, गोविन्दगढ़, भुडोल, चित्तौडगढ की सिंहाणा, जावदा, ईडरा, देलवास, एकलिंगपुरा, इसी प्रकार बारां की ढोलम, कडैयावन, समरानिया, भीलवाडा की लुहारिया, बागौर ग्राम सेवा सहकारी के जीर्ण-शीर्ण गोदाम के पुर्न निर्माण के लिए 12 लाख रुपए प्रति समिति स्वीकृत हुए है। साथ ही संबंधित प्रबंध निदेशक केंद्रीय सहकारी बैंक को राशि स्थानान्तरित करने से पूर्व सुनिश्चित करना होगा, कि संबंधित समिति के पास उपलब्ध गोदाम 1990 से पूर्व बना हो, और जर्जर अवस्था में हो तथा जर्जर गोदाम को नियमानुसार डिस्मेंटल करवा दिया गया हो। वही इन शर्तो का पूर्ण नहीं करने वाली समिति के लिये उक्त स्वीकृति स्वतः निरस्तनीय होगी।

इसके अलावा एक ओर बदलाव कर क्षेत्रीय सहकारिता निरीक्षक को गोदाम एवं कार्यालय भवन निर्माण संबंधी कार्य के लिए निर्माण सामग्री क्रय करने सहित अन्य समस्त कार्यो के नियमानुसार सम्पादन के लिए बनी कमेटी में शामिल किया हैं, इससे पूर्व समिति अध्यक्ष, समिति व्यवस्थापक एवं संबंधित केन्द्रीय सहकारी बैंक के ऋण पर्यवेक्षक ही शामिल होते थे । गौरतलब हैं कि बजट घोषणा 2024ः25 के बिन्दु संख्या 129 की पालना के तहत 50 जीर्ण-शीर्ण गोदामों वाली ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 100 मेट्रिक टन क्षमता के गोदामों का निर्माण करवाया जाना है।
500 मेट्रिक टन क्षमता के दो गोदामों के निर्माण की स्वीकृति
प्रदेश की 2 ग्राम सेवा सहकारी समितियां में बजट घोषणा वर्ष 2024-25 के बिन्दु संख्या 129 की पालना एवं विश्व की सबसे बडी अन्न भण्डारण योजना के तहत 500 मेट्रिक टन क्षमता के गोदाम का निर्माण करवाया जाएगा । इसके लिए सहकारिता विभाग पंजीयक ने स्वीकृति आदेश जारी किया है। जिसके अनुसार श्रीगंगानगर की 4 ओ एवं गुरसर हरीजन केसरीसिंहपुर में ग्राम सेवा सहकारी समिति की भण्डारण क्षमता सृजन के लिए 25 लाख रुपए प्रति समिति दिया जाएगा ।
इसके साथ ही सहकारी समितियों में योजनान्तर्गत हो रहे निर्माण कार्य के पर्यवेक्षण एवं समन्वय के लिए एक पर्यवेक्षण कमेटी बनाई गई है। जिसमें खण्डीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार को अध्यक्ष संबंधित प्रबंध निदेशक को सदस्य सचिव बनाया गया है। वही नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक, जिले में पदस्थापित कृषि विपणन बोर्ड के प्रतिनिधि अभियन्ता, राजस्थान राज्य वेयर हाउस निगम के प्रतिनिधि एवं संबंधित जिले के उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां बतौर सदस्य शामिल किए गए है।