सार
Rajasthan : राज्य सरकार ने 2.50 गोपालाकों को गोपाल क्रेडिट कार्ड (GCC) योजना में ब्याज मुक्त ऋण बांटने का लक्ष्य किया था निर्धारित… अब तक सिर्फ 44 हजार गोपालकों को 362 करोड़ का ही वितरित हुआ ऋण….शीर्ष सहकारी बैंक ने ऋण वितरण लक्ष्य पूर्ति के लिए दिये सुझाव..

विस्तार
जयपुर । डिजिटल डेस्क | 11 दिसम्बर | राज्य सरकार ने गोपालक परिवारों की आय में वृद्धि करने एवं गाय या भैंस हेतु शैड, खेली निर्माण करने तथा चारा या बांटा सहित आवश्यक उपकरण खरीदने के लिये राजस्थान गोपाल क्रेडिट कार्ड (GCC) योजना प्रारम्भ कर, गोपालक परिवारों को एक लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण एक वर्ष की अवधि के लिए मुहैया करने की घोषणा की । जिसके बाद प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपना दूसरा बजट पेश कर, प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान 2.50 लाख गोपालक परिवारों को राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड (GCC) योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया । लेकिन नवंबर माह बीतते-बीतते इस लक्ष्य के प्रति सहकारिता विभाग एवं सहकारी संस्थाओं की सजगता भी उजागर कर गया । जहां, करीब 2.50 लाख गोपालक परिवारों को इस योजना में ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराना था । वहां महज 44248 गोपालको को ही इस योजना में 362 करोड़ का ऋण वितरित हो पाया है । यह जानकारी राजस्थान राज्य सहकारी बैंक (RSCB) से प्राप्त हुई है । हाल ही में गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना की इस चिंताजनक ऋण प्रगति को देखते हुए केंद्रीय सहकारी बैंकों (CCB) को ऋण वितरण बढ़ाने के प्रयास करने हेतु राजस्थान राज्य सहकारी बैंक की ओर से सुझाव भी दिये गये है । जिनमें केंद्रीय सहकारी बैंकों के स्तर से कैम्पों का आयोजन करना, अधिकाधिक कृषकों तक पहुंच बनाने, योजना का समुचित प्रसार-प्रचार करने, पाक्षिक आधार पर लक्ष्यों की समीक्षा कर लक्ष्यों की पूर्ति के निर्देश भी प्रदान किये गये हैं।
दूसरे पायदान पर रहने वाली सीसीबी में जांच
राजस्थान राज्य सहकारी बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिरोही सीसीबी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 2170 गोपालकों को इस योजना के तहत ऋण मुहैया का लक्ष्य आवंटित किया गया। इस प्रकार नवंबर अंत तक सिरोही सीसीबी को 1440 गोपालकों को ऋण उपलब्ध कराना था । जिसमें से अब तक 1264 गोपालकों को 12 करोड़ 46 लाख 75 हजार का ऋण वितरित कर, लक्ष्यों के मुकाबले में पहले पायदान पर रही है । इसी तरह बाड़मेर सीसीबी ने 20705 गोपालकों के मुकाबले 11963 गोपालकों को 117 करोड़ 16 लाख 63 हजार का ऋण नवंबर के अंत तक वितरित किया । जिससे यह सीसीबी लक्ष्यों के मुकाबले में दूसरे पायदान पर रही है । जबकि इस योजना में बाड़मेर सीसीबी द्वारा वितरित ऋणों की जांच स्वयं सहकारिता विभाग पंजीयक (Registrar) ने जांच कमेटी गठित कर करवाई है ।
6 सीसीबी 100 गोपालक को भी नहीं उपलब्ध करवा पाई ऋण
आंकड़ों पर नजर डाले से पता चल रहा है कि राज्य की 6 केंद्रीय सहकारी बैंकों तो इस योजना में ऋण वितरण करने से कतरा रही है । यहां, जैसलमेर सीसीबी ने एक भी गोपालक को गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना में पंजीकरण तक नहीं करवाया है, ऋण वितरण तो दूर की बात है । इसी सीसीबी का अनुसरण करते हुए पाली सीसीबी ने सिर्फ 16 गोपालकों को बड़ी मशक्कत कर 10 लाख 60 हजार का ऋण दिया है । ऐसी ही स्थिती बांसवाड़ा, भरतपुर, अजमेर एवं अलवर की भी है । यहां बांसवाड़ा में 72 गोपालकों को 17 लाख 49 हजार, भरतपुर में 74 को 31 लाख, अजमेर में 67 को 67 लाख तथा अलवर में 49 को 28 लाख का ऋण मुहैया कराया गया है ।
तीसरे पायदान पर कोटा और नागौर ने 136 को बांटा ऋण
राज्य में गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना में नवंबर माह के अंत तक वितरित ऋणों की प्रगति रिपोर्ट के मुताबिक, कोटा सीसीबी, सिरोही एवं बाड़मेर सीसीबी के बाद तीसरे पायदान पर रही है । यहां 2679 गोपालको को 20 करोड़ 36 का ऋण दिया गया । इसके अलावा, चित्तौड़गढ़ सीसीबी द्वारा 4319 गोपालको को 40 करोड़, जयपुर सीसीबी द्वारा 6611 को 30 करोड़, दौसा सीसीबी द्वारा 1515 को 14 करोड़, चूरू सीसीबी द्वारा 1450 को 13 करोड़, उदयपुर सीसीबी द्वारा 1540 को 12 करोड़, बारां सीसीबी द्वारा 768 को 5 करोड़, सीकर सीसीबी द्वारा 1883 को 17 करोड़, झालावाड़ सीसीबी द्वारा 1787 को 7 करोड़, बूंदी सीसीबी द्वारा 953 को 4 करोड़, झुंझुनूं सीसीबी द्वारा 1266 को 12 करोड़, श्रीगंगानगर सीसीबी द्वारा 934 को 8 करोड़, टोंक सीसीबी द्वारा 683 को 3 करोड़, जालोर सीसीबी द्वारा 878 को 7 करोड़, हनुमानगढ़ सीसीबी द्वारा 987 को 9 करोड़, जोधपुर सीसीबी द्वारा 704 को 6 करोड़, डूंगरपुर सीसीबी द्वारा 318 को 2 करोड़, बीकानेर सीसीबी द्वारा 990 को 6 करोड़, सवाई माधोपुर सीसीबी द्वारा 295 को 1 करोड़, भीलवाड़ा सीसीबी द्वारा 347 को 3 करोड़ का ऋण मुहैया कराया गया । जबकि नागौर सीसीबी द्वारा 136 गोपालको को सिर्फ 68 लाख का ही ऋण दिया गया है ।


