फलोदी केंद्रीय सहकारी बैंक की प्रबंध कार्यकारिणी का हुआ मनोनयन

सार 

Jodhpur : फलोदी केंद्रीय सहकारी बैंक के गठन की प्रक्रिया सहकारिता विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद पूर्ण की गई हैं यह नवीन सीसीबी, जोधपुर सीसीबी से अलग की जाएगी

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विस्तार 

जयपुर । डिजिटल डेस्क | 19 अक्टूबर | राज्य में ग्राम सेवा सहकारी समितियों (Pacs) के विघटन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अब केंद्रीय सहकारी बैंकों (CCB) का नम्बर लगना शुरू हो गया हैं । जहां, प्रदेश में 6000 ग्राम सेवा सहकारी समितियों की संख्या सहकारिता विभाग ने बढ़ाकर दोगुनी कर दी हैं, तो अब 29 सीसीबी की जगह कितनी सीसीबी बनेगी ? यह तो सहकारिता विभाग ही बता सकता हैं । ख़ैर, अब नवीन केंद्रीय सहकारी बैंक के गठन की भी जानकारी सामने आ रही हैं, जिसमें फलोदी केंद्रीय सहकारी बैंक के गठन की प्रक्रिया सहकारिता विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद पूर्ण की गई हैं । यह नवीन फलोदी सीसीबी, जोधपुर सीसीबी से अलग की जाएगी ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैंक की प्रबंध कार्यकारिणी के गठन के लिए प्राथमिक आमसभा का आयोजन जोधपुर सीसीबी की फलोदी शाखा में किया गया। इसमें कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का सर्वसम्मति से मनोनयन किया गया। जिसमें शंकरलाल माचरा (भीकमकोर) को सीसीबी चेयरमैन, तथा कृष्णपालसिंह भाटी (सिड्डा) को उपाध्यक्ष चुना गया।

साथ ही, प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर लक्ष्मीकंवर कुम्पावत (छीला), समदा कुमारी (मोटाई), गेम्बरसिंह (बारू), तेजसिंह (मतोडा), नरपतसिंह (खीयांसरिया), अशोकसिंह (खीचन), ओमप्रकाश (लोहावट), हजारीराम (कानासर), मेहबूब खां (जोड़) और श्रवण कुमार का मनोनयन किया हैं । इस दौरान रूपसिंह चारण सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां फलोदी, तिलाराम प्रबंधक, केवीएसएस फलोदी और ओमप्रकाश विश्नोई सहायक अधिशासी अधिकारी जोधपुर सीसीबी उपस्थित रहें ।

सहकारी बैंक की औपचारिक स्थापना

नई प्रबंध कार्यकारिणी के गठन के साथ ही फलोदी में केन्द्रीय सहकारी बैंक (CCB) की औपचारिक स्थापना हो गई है। यह सीसीबी, जोधपुर सीसीबी के कार्यक्षेत्र को आधा कर देगी, जहां, हाल ही में जोधपुर सीसीबी की 58वीं वार्षिक साधारण सभा (AGM) का आयोजन 29 सितंबर को कर वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया । जिसमें जोधपुर सीसीबी को वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 25 करोड़ 53 लाख 92 हजार रुपए की हानि में बताया गया हैं, साथ ही, इस हानि के चलते बैंक के हिस्साधारकों को लाभांश तक वितरित नहीं किया गया हैं ।

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