सीमावर्ती जिले की बाड़मेर सीसीबी कार्यक्षेत्र की खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति ने लिखी सहकारी आंदोलन की नई इबारत…। समिति का मंतव्य भावी समय में जनोपयोगी सेवाओं का समिति स्तर से मिले आमजन को अधिकाधिक लाभ ।

बाड़मेर । 20 अगस्त | (प्रकाश वैष्णव) | जहाँ तक नजर जाती हो दूर तक फैला थार मरूस्थल, शुष्क वातावरण, कठिन जीवन…….. ऐसे में यहाँ पिछले 62 वर्षो से सहकारिता की पहचान बनी बाड़मेर जिले की खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति….। समिति अपने कुशल वित्तीय प्रबंधन से “सहकार से समृद्धि” के विजन को बढ़ावा देकर उसमें सहयोग कर रही हैं । समिति का पंजीयन 45 सदस्यों के साथ 29 मार्च 1963 को हुआ था । समिति में निर्वाचित संचालक मण्डल सदस्य हैं और यहां अध्यक्ष हेमसिंह राठौड़, व्यवस्थापक हरीराम चौधरी, संचालक मण्डल सदस्यों के नेतृत्व एवं सदस्यों की सक्रिय भागीदारी से समिति निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हो रही हैं । समिति में 921 कृषक सदस्य हैं, जिनमें से 719 ऋणी एवं 202 अऋणी हैं । कुशल वित्तीय नियोजन से समिति ने 21 लाख रुपए की राशि बतौर हिस्सा पूंजी के रुप में विनियोजित कर रखी हैं, वर्तमान में समिति की ओर से राज्य सरकार की “ब्याज मुक्त योजना” के तहत एक बारीय खरीफ सीजन में समिति कार्यक्षेत्र के ऋणी सदस्यों को 2 करोड़ 40 लाख का फसली सहकारी ऋण मुहैया कराया जा रहा हैं । समिति ने अपने कार्यव्यवहार से जैसा विश्वास जनता में पैदा किया हैं, उस विश्वास का प्रतिफल जनता ने भी समिति को बखूबी दिया हैं । यही कारण हैं कि विगत वर्षो से समिति निरंतर लाभ की स्थिती में हैं, और समिति का कुल संचित लाभ 13 लाख 51 हजार रुपए हैं । इतना ही नहीं समिति के लिए गर्व करने लायक बात हैं कि इन वर्षो में समिति ने शत-प्रतिशत वसूली का अनुकूलनीय उदाहरण प्रस्तुत कर सहकारी आंदोलन की अद्भूत छवी स्थापित कर अनूठी साख कायम की हैं ।
कंप्यूटराइजेशन कार्य के लिए समिति सम्मानित
जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर स्थिती इस समिति के सफलतम संचालन का द्योतक यह हैं कि केंद्र सरकार की पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना के तहत जिले में सबसे पहले पूर्ण रूप से डिजिटल होकर ऑनसिस्टम ऑडिट करवाने वाली खारा ग्राम सेवा सहकारी ही हैं। जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष में 4 मार्च 2025 को बैंक प्रशासक एवं जिला कलेक्टर द्वारा समिति व्यवस्थापक हरीराम चौधरी को सम्मानित भी किया गया था । इतना ही नहीं, समिति की ओर से समस्त प्रकार के जनपयोगी सेवाओं के लिये समिति द्वारा कॉमन सर्विस सेन्टर का संचालन किया जा रहा है। जिसमें बिजली, पानी, मोबाइल रिचार्ज, टिकट बुकिंग, जैसी सुविधायें प्रदान की जा रही है।

मात्र एक फीसदी एनपीए
खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति ने अपने कार्यक्षेत्र के खारा राठौड़ान, कोटड़िया तला, मिठड़ियां तला, पेमाणियों का तला, विश्नोईयों का तला, दलासर, रेबारियों की बस्ती, प्रहलादपुरा, बलवतसिंहपुरा, गगांणियों की ढाणी, झण्डसिंहपुरा ग्राम के निवासियों में सहकारिता की भावना को जमीनी स्तर तक उतार दिया हैं । इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि समिति में 62 सालों में केवल 1 फीसदी एनपीए हैं । यू तों सीमावर्ती जिले में दर्जनभर ग्राम सेवा सहकारी समितियों हैं, किन्तु खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति ग्रामीण जनजीवन के उत्थान के लिए अपने आप में अद्भुत है। साख उपलब्ध कराने जैसे पारम्परिक कामों के अलावा खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति ने बदलते परिदृश्य में स्वयं में भी युगानुकूल परिवर्तन किये हैं।
खारा ग्राम सेवा सहकारी समिति 1963 से शुरू हुई थी। शुरू होने से अब तक तो सामान्य चली । पिछले सालों में केंद्र सरकार की सहकार से समृद्धि विजन में योजनाओं का कार्य समिति द्वारा शुरू किया गया। इससे हमें अच्छा रेस्पॉन्स मिला, जिससे हमे अच्छे वित्तीय संसाधन मिलेगें । आज समिति लाखों रुपए के संचित लाभ में हैं ।
श्री हरिराम चौधारी
व्यवस्थापक