चारागाह भूमि को अतिक्रमण व बड़े तालाबों को बबूल मुक्त करने हेतु कार्य योजना तैयार की जायेे -मुख्य सचिव


जयपुर, 8 फरवरी । मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के चारागाहो की भूमि पर अतिक्रमण व बड़े तालाबों को बबूल मुक्त करवाने के लिए कार्य योजना तैयार की जाये । श्री आर्य ने सोमवार को ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं की वर्ष 2021-22 की वार्षिक कार्य योजना की तैयारी बैठक में यह निर्देश दिये।  मुख्य सचिव श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद चारागाहों में अतिक्रमण बढ़ रहे हैं साथ ही चारागाहों व तालाबों में विलायती बबूल फैलते जा रहे हैं जो कि पशुधन के लिये व स्थानीय वासियों के लिये समस्या बन गये हैं ।उन्होंने चारागाहों पर बढ़ते अतिक्रमणों के नियत्रंण पर जोर देते हुए कहा कि वर्ष 2021-22 की कार्य योजना में चारागाह भूमि व तालाबों में सुरसा की तरह फैल रहे विलायती बबूल के सफायेे की कार्य योजना तैयार करने के साथ-साथ चारागाह भूमि पर अतिक्रमण न हो इस हेतु इनके चारों तरफ बाड़ व मेड़बन्दी और वृक्षारोपण करवाने के कार्य को सम्मिलित किया जाये । श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत एक गांव चार काम के तहत आदर्श तालाब, खेल मैदान, चारागाह विकास एवं कब्रिस्तान विकास के कार्य राज्य सरकार द्वारा प्राथमिकता से करवाये जा रहे हैं व मनरेगा के तहत  कार्य को पूर्ण करवाने के निर्देश दिये।

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