जयपुर । डिजिटल डेस्क | 11 मई | ऑल इण्डिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (AIBEA) की राष्ट्रीय जनरल कौंसिल की दो दिवसीय बैठक 9 एवं 10 मई को केरल राज्य की कोच्चि सीटी में आयोजित हुई । जिसमें एआईबीईए के राष्ट्रीय महासचिव सीएच वेंकटचलम ने बैंकिंग सेक्टर की स्थिति, हालात, सरकार की रीति नीति व बैठक एजेंडा पर विस्तार से संबोधित किया, जिस पर देशभर से आए प्रतिनिधियों द्वारा चर्चा की गई । इस संबंध में राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के उप महासचिव एवं बैंक कर्मचारी नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने बताया कि एआईबीईए की राष्ट्रीय बैठक में दो दिन की गंभीर चर्चा के बाद ग्रामीण व सहकारी बैंकों में लंबित द्वि-पक्षिय वेतन समझौता लागू करने, समस्त बैंकों में रिक्त पड़े 2 लाख से अधिक पदों पर भर्ती करने, सहकारी बैंकों में 2 टियर बैंकिंग व्यवस्था लागू करने, सहकारी बैंकों को पुनर्पूंजीकरण सहायता जारी करने, सहकारी बैंकों में ओपीएस पेंशन लागू करने, सहकारी बैंकों को आर्थिक सक्षम बनाने व अनावश्यक राजनीतिक हस्तक्षेप बंद करने, ग्रामीण बैंकों को स्पॉन्सर बैंक में मिलाने, बैंक निजीकरण रोकने, स्थायी रेगुलर बैंक काम की आउटसोर्सिंग बंद करने, बैंकों में एजेंसी से लिए अस्थायी कर्मचारी, बीसी डेली डिपॉजिटर, गार्ड को नियमित कर समुचित वेतनमान व सेवा सुरक्षा देने, नैनीताल बैंक को बीओबी में मिलाने व सभी निजी बैंकों का राष्ट्रीकरण करने, ट्रेड यूनियन अधिकारों पर हो रहे हमले का विरोध के लिए प्रस्ताव पारित किये गये ।
आंदोलन व हड़ताल का निर्णय
बैंक कर्मचारी नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने बताया कि सभी बैंकों में लंबे समय से रिक्त पड़े पदो पर भर्ती करने, सरकार की बैंक निजीकरण की रीति-नीति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर लोकसभा चुनाव बाद देशव्यापी बैंक आंदोलन व हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है।
325 प्रतिनिधियों ने लिया भाग
राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के उप महासचिव एवं बैंक कर्मचारी नेता सूरज भान सिंह आमेरा ने बताया कि देश के सभी राज्यो से कॉमर्शियल, सहकारी, ग्रामीण, निजी बैंकों से चुनिंदा 325 बैंककर्मी नेता, युवा व महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया । वही, राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाईज यूनियन की ओर से आर जी शर्मा, महेश शर्मा, रवि वर्मा, जयन्त परिहार, रवीदीप चतुर्वेदी , नरपत गहलोत, ललित गुप्ता व मेघा मलिक शामिल हुए ।