सार
Jaipur News : अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की सहकार नेता सूरजभानसिंह आमेरा ने सभी बैंक व पैक्स कर्मियों को बधाई देते हुए पैक्स कर्मियों को वेतन भुगतान के ‘‘श्रम अधिकारों व बैंक बचाओ’’ के लिए एकजुट आवाज़ व संघर्ष का किया आह्वान

विस्तार
जयपुर । डिजिटल डेस्क | 2 मई | प्रदेश में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labor Day) के अवसर पर राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के तारक भवन सिविल लाइंस जयपुर कार्यालय पर यूनियन चेयरमैन आर. जी. शर्मा की अध्यक्षता में समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान बैंक कर्मियों को संबोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के उप महासचिव, सहकारी साख समितियाँ एम्पलाइज यूनियन प्रांतीय अध्यक्ष सूरजभान सिंह आमेरा ने बताया कि राज्य में लंबे समय से कई जिलों में बड़ी संख्या में पैक्स (Pacs) कर्मियों को वेतन नही मिल रहा है और जमीनी काली सच्चाई से आंखे मूँदकर सहकारिता विभाग द्वारा ‘‘सहकार से समृद्धि’’ का जुमला अलाप हो रहा है । जबकि हकीकत में सहकारी साख आंदोलन की मुख्य इकाई पैक्स एवं लैम्पस के टुकड़े कर नई पैक्स बनाने से धीरे-धीरे पैक्स अनवायबल होकर ख़त्म हो रही है। साथ ही, सहकार नेता ने सहकारी बैंकों (CCB) में व्याप्त आपाधापी, कुशासन, अकुशल प्रबंधकीय व्यवस्था, अधिनायकवाद रीति नीति व कर्मियों की भारी कमी के चलते व्याप्त परेशानियों से केंद्रीय सहकारी बैंकों व भूमी विकास बैंकों की आर्थिक सुदृढ़ता व मज़बूती के लिए भी सहकारी बैंक कर्मियों को सरकारी उपेक्षा, कुशासन एवं आपाधापी के खिलाफ ईमानदारी से एकजूट होकर मजबूत आंदोलन को समय की सबसे बड़ी जरुरत बताया है ।
नये कारण से भर्ती में अनावश्यक विलंब
सहकार नेता सूरभानसिंह आमेरा ने समारोह में केन्द्रीय सहकारी बैंक की भर्ती पर भी तर्क रखते हुए कहा कि पिछले चार वर्षो से सहकारी बैंकों में कर्मचारियों व अधिकारियों के 1200 से ज्यादा पद रिक्त पड़े है तथा सीसीबी में कर्मचारी लगातार रिटायरमेंट हो रहे है जिससे बैंक की शाखाओं को चलाना असंभव हो रहा है, वही, यह सब कुछ पता होते हुए भी विभाग स्तर से हर बार किसी न किसी नये कारण से भर्ती में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है । साथ ही, उन्होने कहा कि सहकारी बैंकों में समयबद्ध भर्ती में विलंब व उजागर हो रहे इन मामलो के लिए जिम्मेदारों की कोई जवाबदेही तय नहीं की जा रही है । सरकार व विभाग की सहकारी बैंकों के प्रति उदासीनता, गैर जवाबदेही व अकुशल प्रबंधन के चलते बैंकों की स्थिति खराब हो रही है । समय-समय पर नाबार्ड व रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों में ईमानदार, योग्य व पात्र अधिकारियों को एमडी लगाया जाने का आग्रह किया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश की पाली, जैसलमेर, नागौर व बीकानेर सीसीबी की स्थिति तो सबके सामने है ।
एकजूट होने का किया आह्वान
प्रांतीय अध्यक्ष आमेरा ने यूनियन के साथ एकजुट व संगठित होने का आह्वान किया, ताकि इस कमरतोड़ महंगाई में जीवन यापन और परिवार पालन के लिए 7881 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत कार्मिकों को नियमित मासिक वेतन देने और रोज़गार सुरक्षा व सुरक्षित सेवा शर्तों के लिए सरकार व सहकारी विभाग के समक्ष अपनी आवाज बुलंद की जा सकें ।

इन्होंने किया संबोधित
समारोह में यूनियन महासचिव महेश मिश्रा, इण्डियन बैंक से सचिव महेश शर्मा, बीओबी से रविकान्त शर्मा, पंजाब सिंध बैंक से एम. एस. भटेजा, सेंट्रल बैंक से सूरज प्रकाश, एसबीआई से बनवारी लाल आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि निजीकरण, श्रम सुधार में ट्रेड यूनियन अधिकार पर रोक के विरोध में बैंकों में नियत काम के घंटे लागू रखने, पाँच दिन का सप्ताह, महिला चाइल्ड केयर लिव, माहवारी लिव, बैंकों में क्रैच सुविधा, पेंशन व सेवा सुरक्षा के लिए यूनियन के झंडे तले संगठित व एकजुट होने का आह्वान किया । वही, अध्यक्ष आर. जी. शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित कर बैंक कर्मियों में मिष्ठान वितरित किया। इस दौरान कॉमर्शियल, सहकारी सहित ग्रामीण बैंकों से बड़ी संख्या में बैंक कर्मियों उपस्थित रहें ।

 
								

 
                                             
                                             
                                            