पशुपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने पशुपालन निदेशालय का किया निरीक्षण

अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश

जयपुर, 31 जनवरी। पशुपालन, गोपालन एवं देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने बुधवार को पशुपालन निदेशालय का निरीक्षण किया। श्री कुमावत ने निदेशालय के सभी प्रखंडों का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने नवसृजित पशुचिकित्सा उपकेंद्रों के लिए भवन निर्माण करवाया जाकर सुचारु रूप से संचालित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पशुचिकित्सा संस्थाओं में पशुधन निःशुल्क दवा योजना के तहत औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करावें ताकि गरीब पशुपालकों को समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि हमें आने वाली समस्याओं को ध्यान में रखकर पहले से ही योजना बना लेनी चाहिए।
राज्य स्तर पर आयोजित एस एल ई सी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि नेशनल लाइफ स्टॉक मिशन के अंतर्गत उद्यमिता विकास योजना का लाभ अधिकाधिक पशुपालकों को मिल सके, इसके लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पशुपालन के क्षेत्र में दोहन की अपार संभावनाएं हैं और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसे व्यवसाय के तौर पर अपनाए जाने की आवश्यकता है। देशी गोवंश के मामले में राजस्थान समृ़द्ध प्रदेश है, क्योंकि यहां की देशी नस्लों को हर परिस्थिति में पाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार देशी गोवंश के संरक्षण और संवर्द्धन में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने युवाओं से भी इस क्षेत्र में आगे आने का आह्वान करते हुए उनसे स्टार्ट अप शुरू करने की बात कही।
पशुपालन मंत्री ने इस अवसर पर आर एल डी बी, अमृता देवी जीव जंतु कल्याण बोर्ड और गोपालन निदेशालय का भी निरीक्षण किया। इस अवसर प्रमुख शासन सचिव श्री विकास सीताराम भाले, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ भवानी सिंह राठौड़, आर एल डी बी के कार्यकारी निदेशक डॉ आनंद सेजरा, गोपालन विभाग के निदेशक डॉ सुभाष महरिया सहित सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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