
जोधपुर । डिजिटल डेस्क I 21 मई I एक तरफ सरकार किसानों को अल्पकालीन ऋण देने का दावा करती है। वहीं जोधपुर सीसीबी फलौदी शाखा कार्यक्षेत्र की खीचन ग्राम सेवा सहकारी समिति (जीएसएस) में केवल 16 किसान सदस्यों को ही अल्पकालीन फसली ऋण दिया जा रहा है। जबकि 2018 की कर्जमाफी में 53 किसान सदस्यों का तथा 2019 की कर्जमाफी में 51 किसान सदस्यों का कर्ज माफ किया गया था । सहकारी साख आंदोलन से जुड़े सुत्रो ने बताया कि समिति व्यवस्थापक की मनमर्जी से समिति कार्यक्षेत्र के किसान सदस्यों को कृषि कार्या के लिए अल्पकालीन फसली ऋण नहीं मिल रहा है।

वही, सहकारिता विभाग व सीसीबी अधिकारियों की सह पर व्यवस्थापक की मनमानी के चलते किसान कर्ज के लिए ग्राम सेवा सहकारी समिति एवं बैंक शाखा के चक्कर काटने को मजबूर है। लेकिन उनको खीचन समिति स्तर पर ऋण नहीं दिया जा रहा है।

 
								

 
                                             
                                             
                                            