दायित्वों का निर्वहन कर रहीं हैं सियाणा ग्राम सेवा सहकारी समिति

जालोर 05 दिसम्बर 2021 । डिजिटल डेस्क । जिले में पिछले 60 वर्षों से सहकारिता की पहचान बनी जालौर जिले की सियाणा ग्राम सेवा सहकारी समिति ने अपने कुशल वित्तीय प्रबंधन से न केवल अपने दायित्वों को बखूबी निभा रही है वरन् सामाजिक सरोकारों को बढ़ावा देकर उनमें सक्रिय सहयोग भी कर रही है । समिति का पंजीयन 19 सितंबर 1959 को हुआ था। समिति में निर्वाचित संचालन मंडल में अध्यक्ष पद पर श्री प्रदीप सिंह चौहान एवं व्यवस्थापक श्री हरीसिंह सोलंकी और समिति के सलाहकार श्री प्रागाराम मेघवाल व संचालक मंडल के सदस्यों के नेतृत्व व सदस्यों की सक्रिय भागीदारी से नवाचारों का प्रयोग करते हुए समिति निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हो रही है। समिति में 2 हजार 2 सौ 70 कृषक सदस्य हैं । कुशल वित्तीय प्रबंधन से समिति ने इफको में 1.05 लाख रुपए व केंद्रीय सहकारी बैंक जालौर में 13 लाख 86 हजार रुपए हिस्सा राशि के रूप में विनियोजित कर रखा है, जिस पर प्रतिवर्ष लाभांश के रूप आय समिति को होती हैं। समिति के संतुलन चित्र में किसी भी संचालक मंडल के सदस्य एवं कर्मचारी के नाम कोई लेनदारी ही नहीं है तथा संस्था में सहकारी अधिनियम की धारा 57 के तहत कोई भी प्रकरण पंजीकृत नहीं है। समिति द्वारा मिनी बैंक का कार्य भी संचालित किया जा रहा है जिसमें वर्तमान में सियाणा मिनी सहकारी बैंक में कुल 25 करोड़ की एफडीआर है। साथ ही सियाणा समिति में वर्तमान में लघु, मध्यम एवं दीर्घ साइज के कुल 500 लॉकर्स की उपलब्धता के साथ-साथ समिति द्वारा इस वित्तीय वर्ष में कुल 2.50 करोड़ रूपये का अल्पकालीन फसली ऋण वितरण करने के अलावा समिति से जुड़े 105 स्वयं सहायता समूह में से 35 स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रदान किया जा चुका हैं। इसके अलावा समिति में ग्रामीणों को खेती के लिए आवश्यकतानुसार खाद-बीज, कीटनाशक एवं खाद्य सामग्री समय पर उपलब्ध करवाने का भी कार्य कर रहीं हैं। समिति को जालौर जिले में उत्कृष्ट कार्य करने के कारण वर्ष 2011-12 2013-14 व 2019-20 में जिला प्रशासन द्वारा शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है। समिति के सलाहकार श्री प्रागाराम मेघवाल ने बताया कि सहकारिता आंदोलन की अहम कड़ी पैक्स से जुड़े हुए समिति ने सदस्यों के बीच में विश्वास अर्जित किया है जिसका यह नतीजा है कि सदस्य आगे बढ़कर समिति की गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं । वही, समिति में ग्रेडिंग एवं सोर्टिंग प्लान्ट हेतु नाबार्ड द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई हैं साथ ही नाबार्ड द्वारा सियाणा समिति हेतु रूरल मार्ट मोबाईल वैन की स्वीकृति भी प्रदान की गई है ।

error: Content is protected !!