साहसिक कार्य के लिए दस लोगों का हुआ सम्मान

जलती बस से लोगों की जिंदगी बचाना सराहनीय कदम-लोक बंधु

बाड़मेर, 12 नवम्बर। नेशनल हाईवे पर भांडियावास गांव में बस दुर्घटना में आग लग जाने पर अपनी जान की परवाह किये बिना पीड़ितों की सहायता करने वाले लोगों का सम्मान समारोह शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर लोक बंधु, जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह द्वारा बस दुर्घटना में बस में आग लग जाने के बावजूद अपनी जान को जोखिम में डालकर सहायता करने वाले चेनाराम पुत्र किरताराम, घीसुलाल पुत्र रामचन्द्र, बाबुलाल पुत्र उम्मेदाराम, जुगताराम पुत्र भूराराम, डूंगराराम पुत्र पदमाराम, भूरसिंह पुत्र भैरूसिंह, रमेश पुत्र वालाराम, सुरेश पुत्र घेवाराम, गौतम गहलोत पुत्र भुराराम एवं जनक गहलोत पुत्र मांगीलाल का शॉल ओढाकर, 21 हजार रूपये का चैक, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं कैप पहनाकर सम्मान किया गया।
इस मौके पर जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि जलती बस में से अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जिन्दगीयां बचाना वास्तव में सराहनीय कदम है। आपका यह कार्य राज्य, देश एवं सभी लोगों के लिए मिशाल है। उन्होने कहा कि आपके इस अनुकरणीय एवं साहसिक कार्य के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने उन्हें धन्यवाद के साथ प्रत्येक को 21 हजार रूपये बतौर इनाम भिजवाए है।
जिला कलक्टर ने जलती बस मे से पीड़ितों की सहायता करने वालों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यदि वे नागरिक सुरक्षा, पुलिस मित्र अथवा सीएलसी सदस्य के रूप में जुडना चाहे तो आवेदन कर सकते है। उन्होने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा दुखान्तिका के संबंध में कमियों के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए जाकर रोकथाम के पुख्ता बन्दौबस्त करवाए जाएंगे।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बस दुखान्तिका में पीड़ितों की सहायता करने वाले इन लोगों को असली हीरो बताया। उन्होने कहा कि भीषण आग में अपनी जान की परवाह किए बिना जलते हुए लोगों को बस मे से बाहर निकालने मे मदद करना काबिले तारीफ है। उन्होने कहा कि ऐसी दुखान्तिका पहले कभी नहीं देखी गई है। उन्होने पुलिस प्रशासन की ओर से ऐसे जाबाज लोगों का धन्यवाद एवं सादुवाद ज्ञापित किया।
इस दौरान दुखान्तिका में मदद करने वाले चैनाराम, घीसूलाल समेत सभी दस लोगों ने हादसे के संबंध में विस्तार से जानकारी कराई। उन्होने बताया कि दुर्घटना होते ही वाहन में आग लग गई। बस के अन्दर प्रवेश करना मुश्किल होने से बस के शीशे तोड़कर अन्दर गए तथा लोगों को बाहर निकाला एवं घायलों को चिकित्सालय पहुंचाया। साथ ही मृतकों के शवों को एम्बुलेन्स से जोधपुर भिजवाया गया। उन्होने बताया कि आधे घंटे में पूरी बस जल गई। उन्होने दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं बचाव के लिए सभी बसों में आपातकालीन द्वार तथा पचपदरा थाने में फायर ब्रिगेड की आचश्यकता बताई।

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