मुख्यमंत्री के संवेदनशील फैसलों की वजह से राजस्थान विकास के पथ पर अग्रसरः-प्रभारी मंत्री बामनिया

  • प्रभारी मंत्री बामनिया ने प्रेसवार्ता में कहा कि मीडिया है लोकतंत्र का चौथा स्तंभ
  • राज्य सरकार के सफलतम तीन वर्ष पूर्ण होने पर की प्रेसवार्ता
जालोर 21 दिसम्बर। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संवेदनशील फैसलों के वजह से विगत तीन वर्षां में राजस्थान विकास के पथ पर आगे बढा है। राज्य सरकार के पारदर्शी, संवेदनशील एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ सेवा ही कर्म सेवा ही धर्म के मूल मंत्र के साथ राज्य सरकार ने विकास के नये आयाम स्थापित किये है।साथ ही उन्होंने प्रेस वार्ता में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए मीडिया और सरकार का कंधे से कंधे मिलाकर चलना बेहद जरूरी है। राज्य के जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, पानी सहित आमजन के हित के विषय को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए सकारात्मक सोच के साथ राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। प्रभारी मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना प्रबंधन के दौरान देशभर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यप्रणाली की तारीफ हुई है। राज्य में जनकल्याणकारी फ्लैगशिप योजनाओं की क्रियान्विति की जा रही है वही मुख्यमंत्री के बजट घोषणा पत्र की क्रियान्विमित सुनिश्चित करने का प्रयास जारी है।
प्रभारी मंत्री बामनिया ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समय समय पर चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से आमजन को लाभ हुआ है साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनघोषणा पत्र को नीतिगत दस्तावेज मानते हुए अपने वायदे पूरे किये है एवं प्रयासरत है। उन्होंने प्रशासन गांवों के संग में  जिला प्रशासन द्वारा जनसमस्याओं के निराकरण में किए गए प्रयासों की सराहना की। प्रेस वार्ता में राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आने वाले सालों में भी सरकार इसी प्रकार जनभावना के अनुरूप आपका विश्वास, हमारा प्रयास के संकल्प के साथ राजस्थान की प्रगति के लिए प्रयास करती रहेगी।
प्रेस वार्ता में प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत 42708 राजस्व खातों का शुद्धिकरण, 105 आबादी आवास, 4303 आपसी सहमति से खाता विभाजन, 3877 रास्ते के प्रकरण, 48710 नामांतरण, 7228 सीमाज्ञान के प्रकरण निस्तारित किए और 25273 आवासीय पट्टे जारी किए है।
इस दौरान जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक हषवर्धन अग्रवाला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय वासु, जालोर उपखण्ड अधिकारी चंपालाल जीनगर सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिन्ट मीडियाकर्मी उपस्थित थे।
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