
जालोर 10 मार्च। जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की तृतीय त्रैमासिक बैठक जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने सरकारी योजनाओं में ऋण वितरण प्रगति की समीक्षा करते हुए एन.एल.यू.एम., स्वयं सहायता समूह, इन्दिरा गांधी शहर क्रेडिट कार्ड योजना, महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण स्वरोजगार योजना सहित विभिन्न योजनाओं के तहत बैंकों को त्वरित गति से ऋण प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को बैंकों के साथ आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करने की बात कही ताकि किसी छोटी कमी के कारण आवेदन पत्र लौटाने की स्थितियाँ नहीं बने। कलक्टर ने प्रत्येक माह के दूसरे गुरूवार को एन.एल.यू.एम., उ़द्योग व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को बैंकों के साथ बैठक कर आवेदन पत्रों की जांच करवाकर आवेदन सौंपने के लिए निर्देशित किया।
लीड बैंक मुख्य प्रबंधक एस.आर.माली ने ग्रामीण पोप तथा शहरी क्रेडिट योजना की धीमी प्रगति के संबंध में इन क्षेत्रों में व्यापक प्रयास करने के निर्देश दिए। भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक ने जी.डी.पी. में कृषि क्षेत्र के योगदान पर चर्चा करते हुए कृषि क्षेत्र में बैंकों को निवेश बढ़ाने की सलाह दी। उन्हांने बताया कि जिले का साख जमा अनुपात 82 प्रतिशत है जो कि अच्छी बात है। उन्होंने वार्षिक साख योजना में 76 प्रतिशत से अधिक उपलब्धियाँ अर्जित करने पर संतोष व्यक्त करते कर सभी को बधाई दी। नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक जितेन्द्र कुमार मीणा ने एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड सहित सभी कृषि योजनाओं पर व्यापक चर्चा की। भारतीय स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक धीरेन्द्र जीनगर ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक जिले में कृषि, उद्योग व व्यवसाय के क्षेत्र में त्वरित ऋण वितरण के लिए कृत संकल्पित है।
इस अवसर पर राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक मदनलाल, जे.सी.सी.बी. के एमडी के.के.मीणा, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक संग्रामाराम देवासी, नागरिक बैंक के अध्यक्ष नितिन सोलंकी, सी.ए. जितेन्द्र माली, स्टेट बैंक के एफ.एल.सी. काउन्सलर परमानन्द पट्ट, राजीविका के प्रेमसिंह चौहान, आरसेटी के निदेशक युगल किशोर मीणा सहित जिले के सभी बैंकों के जिला समन्वयक व सभी विभागों के अधिकारियों ने व्यापक सहभागिता की।